बस्तर में 19 अप्रैल को डाले जाएंगे वोट, सीएम ने जगदलपुर में कहा कांग्रेस है डूबती नैया - Bastar Lok Sabha seat - BASTAR LOK SABHA SEAT
Bastar Lok Sabha seat कांग्रेस डूबती हुई नाव है. कांग्रेस की सवारी करने से अब कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता भी डर रहे हैं. जगदलपुर में सीएम विष्णु देव साय ने ये तंज कसा है. PCC President Deepak Baij
जगदलपुर: बीजेपी के 100 दिन पूरे होने पर बीजेपी ने शानदार तरीके से अपनी उपलब्धियों को जनता के सामने रखा. महतारी वंदन योजना से लेकर धान का बोनस दिए जाने को बीजेपी ने ऐतिहासिक बताया. सीएम साय ने कोंटा विधानसभा एरिया में चुनावी सभा करते हुए कहा कि कांग्रेस डूबती हुई नाव है. कांग्रेस की नाव में जो भी सवारी करेगा उसका डूबना तय है.
'कांग्रेस डूबती हुई नैया है': पहले चरण में बस्तर सीट पर 19 अप्रैल को मतदान होना है. कांग्रेस ने अभी तक बस्तर सीट से अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है. कोंटा में प्रचार के लिए पहुंचे सीएम साय ने कहा कि हमारी नीति और रीति दोनों पर जनता को पूरा भरोसा है. कांग्रेस पर न तो जनता का भरोसा रहा नहीं उनके कार्यकर्ताओं ओर नेताओं को. मुख्यमंत्री की सभा के दौरान पीसीसी चीफ दीपक बैज के इलाके से 26 कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बीजेपी का दामन थाम लिया. इससे पहले बीजेपी का दामन थामने वालों में प्रदेश प्रवक्ता और महिला जिला अध्यक्ष का नाम पहले से शुमार है.
'सौ दिन का शासन शानदार':सीएम साय ने कहा कि हमारी सरकार बनने के 100 दिन पूरे हो गए हैं. इन सौ दिनों में हमने जनता के हित में सारे फैसले लिए. मोदी जी की जो भी गारंटी थी उसे पूरा किया. डबल इंजन की सरकार में हर वो काम हो रहा है जिसकी दरकार जनता को है. सीएम ने कहा कि हमारी कोशिश है कि हम सभी 11 सीटों पर कमल खिलाएं और मोदीजी को फिर से पीएम बनाएं.
'कांग्रेस का होने वाला है अंत':विष्णु देव साय ने कहा कि बस्तर सीट पर कांग्रेस को प्रत्याशी नहीं मिल रहा है. पार्टी को साफ साफ अपनी हार नजर आ रही है. पार्टी जो भी प्रत्याशी को फाइनल कर रही है वो प्रत्याशी बनने के लिए तैयार नहीं हो रहा है. कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता दोनों को पता है कि वो हार रहे हैं. कांग्रेस में जो काम करने वाले नेता और कार्यकर्ता हैं वो अपनी जगह तलाश रहे हैं. बीजेपी की शरण में आ रहे हैं.
नक्सलियों से बातचीत के लिए हम तैयार हैं: नक्सलियों से बातचीत किए जाने के सवाल पर सीएम ने कहा कि हम बातचीत को तैयार हैं. हम चाहते हैं आतंक और हिंसा का रास्त बंद हो. सरकार हमेशा बातचीत के लिए रेडी है. खुद गृहमंत्री विजय शर्मा भी ये बात कर चुके हैं. हिंसा का रास्ता छोड़कर नक्सलियों को मुख्यधारा में शामिल होना चाहिए.