वाराणसी : 14 जनवरी को मकर संक्रांति के पर्व के साथ ही सूर्य के राशि परिवर्तन और दक्षिण से उत्तर की तरफ सूर्य के आगे बढ़ाने के क्रम की शुरुआत के साथ ही अब देवताओं के भी दिन की शुरुआत हो चुकी है. माना जाता है कि मकर संक्रांति के एक दिन बाद से ही शुभ कार्यों की शुरुआत हो जाती है. पिछले साल की अपेक्षा अबकी बार शुभ मुहूर्त ज्यादा मिल रहे हैं. इस बार पूरे साल कुछ महीने को छोड़कर बाकी हर महीने शुभ कार्यों का सिलसिला जारी रहेगा.
16 जनवरी से विवाह से शुरुआत :ज्योतिषाचार्य पंडित ऋषि द्विवेदी का कहना है कि पंचांगों के मुताबिक, 16 जनवरी से विवाह के लिए मुहूर्त की शुरुआत हो जाएगी. सबसे अधिक मुहूर्त फरवरी में मिल रहे हैं. 20 मुहूर्त फरवरी के दौरान है, जबकि 19 मई में, दिसंबर के महीने में सिर्फ चार मुहूर्त ही मिलेंगे, क्योंकि बृहस्पति के अस्त होने और चातुर्मास के शुरुआत के कारण जून के बाद सीधे नवंबर में ही मुहूर्त मिलेंगे.
ये हैं शादी के लिए शुभ मुहूर्त | |
जनवरी | 16, 17, 18, 19, 20, 21, 22, 23, 24, 25, 26 |
फरवरी | 1, 2, 3, 6, 7, 8, 12 से लेकर 25 फरवरी तक |
मार्च | 1, 2, 3, 5, 6, 7, 11, 13, 14 |
अप्रैल | 14 से लेकर 22 तक फिर 25, 29, 30 |
मई | 1, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12, 13, 14, 15 16, 17, 18, 22, 23, 24, 28 |
जून | 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8 |
जुलाई से 20 नवंबर तक कोई भी शुभ मुहूर्त नहीं है | |
नवंबर | 21, 22, 23, 24, 25, 29, और 30 |
दिसंबर | 1, 4, 5 और 6 |
किस महीने में कितने मुहूर्त जानिए :उन्होंने बताया कि जनवरी में विवाह के लिए 11 दिन, फरवरी में 20 दिन, मार्च में 9 दिन, अप्रैल में 12 दिन, मई में 19 दिन, जून में 8 दिन शुभ मुहूर्त के तौर पर मिल रहे हैं. देवगुरु बृहस्पति के अस्त होने की वजह से और चातुर्मास के कारण नवंबर में विवाह के मुहूर्त कम मिलेंगे, नवंबर में 7 दिन और दिसंबर में 4 दिन ही मुहूर्त मिल पाएंगे.