गोरखपुर: पूरे दुनिया को सत्य सनातन के महापर्व महाकुंभ से प्रयागराज जहां पूरी दुनिया को बड़ा संदेश दे रहा है, वहीं मकर संक्रांति के पर्व से शुरू होकर एक माह से अधिक समय तक चलने वाला गोरखनाथ मंदिर का विश्व प्रसिद्ध खिचड़ी मेला, श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सेवा और सुविधा का संगम बन रहा है. पहले दिन 14 जनवरी को जहां 15 लाख श्रद्धालुओं ने दर्शन किया, वहीं दूसरे दिन भी यह भीड़ लाखों में खिचड़ी चढ़ाने पहुंची. इसको लेकर प्रशासन के कई विभागों को अपनी तैयारियां जोरों पर करनी पड़ी है, जिससे कोई अनहोनी न होने पाए.
गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खिचड़ी मेले की तैयारियों की पल पल समीक्षा करते हैं. खिचड़ी मेले में पूर्वी उत्तर प्रदेश के अलावा, बिहार और नेपाल से भी श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ता है. इसे देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खिचड़ी मेले में श्रद्धालुओं के आने-जाने से लेकर मंदिर परिसर में उनकी सुरक्षा, स्वच्छता, पेयजल, ठंड से बचाव या फिर आकस्मिक जरूरत में चिकित्सा तक, हर दृष्टिकोण से जरूरी इंतजाम करने के जो निर्देश दिए थे उसका बड़ा असर देखने को मिल रहा है. किसी प्रकार की कोई दिक्कत अभी तक सामने नहीं आई है. पुलिस बूथ गायब होने वालों को मिनटों में ढूंढ लेने में सफल है. करीब डेढ़ सौ लोगों को दो दिनों में इस बूथ के माध्यम से मिलाया गया है. सीएम ने समीक्षा बैठक में कहा था कि खिचड़ी मेला में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सेवा और सुविधा विशेष प्राथमिकता होनी चाहिए.
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छह स्थानों पर है वाहनों की पार्किंग : गोरखनाथ मंदिर में आयोजित होने वाले इस खिचड़ी मेले में नगर निगम और पुलिस विभाग की तरफ से छह स्थानों पर वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था की गई है. इसके लिए जिला उद्योग केंद्र परिसर, एमपी पॉलिटेक्निक, रामलीला मैदान अंधियारी बाग, मेवालाल गुप्त गुरुकुल माध्यमिक विद्यालय, भगवती प्रसाद महिला महाविद्यालय और दुर्गाबाड़ी के पास स्थित जूनियर इंस्टिट्यूट को चयनित किया गया है.
एक मेला थाना और सात चौकियां : खिचड़ी मेला में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुलिस विभाग एक अस्थायी मेला थाना और साथ अस्थायी पुलिस चौकियों की स्थापना किया है. यह मंदिर के दक्षिणी गेट के निकट, उत्तरी गेट के पास ओंकार मेडिकल स्टोर्स के बगल में, यात्री निवास के बगल में वीआईपी गेट के पास, मेला क्षेत्र में झूलों व खेलतमाशों के बीच, दशहरीबाग तिराहा ट्रांसफार्मर के पास, कौड़ीहवा मोड़ और जेपी हॉस्पिटल के सामने अस्थायी पुलिस चौकी सेवारत है. मुख्य पर्वो, रविवार और मंगलवार को विशेष यातायात डायवर्जन के इंतजाम किए जाएंगे.
वॉच टॉवरों से होगी निगरानी : मेला परिसर की निगरानी के लिए पुलिस विभाग की तरफ से कुल नौ वाच टॉवरों, सीसी कैमरों की व्यवस्था की गई है. जबकि सुरक्षा के लिए मंदिर परिसर में तैनात पुलिस बल के अतिरिक्त बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों को लगाया गया है. मंदिर के आसपास के मोहल्लों, गलियों में भी श्रद्धालुओं के आवागमन को देखते हुए पुलिस की ड्यूटी लगाई गई है. एहतियात के तौर पर चार स्थानों पर फायर टेंडर की व्यवस्था है, जबकि भीम सरोवर के पास पीएसी की फ्लड यूनिट और एसडीआरएफ/एनडीआरएफ के जवान तैनात किए गए हैं.
स्वास्थ्य विभाग भी रहेगा मुस्तैद : खिचड़ी मेला अवधि में गोरखनाथ मंदिर में स्वास्थ्य विभाग की टीम भी मुस्तैद रहेगी. स्वास्थ्य विभाग की तरफ से स्पेशल मेडिकल कैम्प लगाया जाएगा, जहां पर्याप्त संख्या में मेडिकल एवं पैरामेडिकल स्टाफ की ड्यूटी सुनिश्चित की जाएगी. साथ ही यहां स्थायी एम्बुलेंस की भी व्यवस्था रहेगी.
स्पेशल ट्रेन चला रहा पूर्वोत्तर रेलवे : खिचड़ी मेले में दूरदराज के श्रद्धालुओं का आवागमन सुगम बनाने के लिए पूर्वोत्तर रेलवे की तरफ से पांच रूटों पर स्पेशल ट्रेनों का संचलन किया जा रहा है. ये स्पेशल ट्रेनें नौतनवा-गोरखपुर, बलरामपुर-बढ़नी-गोरखपुर, बेतिया-कप्तानगंज-गोरखपुर, छपरा-देवरिया-गोरखपुर और गोंडा-सहजनवा-गोरखपुर के बीच चलाई जा रही हैं.
17 स्थानों से मिल रहीं रोडवेज की बसें : गोरखनाथ मंदिर के खिचड़ी मेले को लेकर यूपी रोडवेज ने भी विशेष इंतजाम किया है. रोडवेज की तरफ से 17 स्थानों से खिचड़ी मेला स्पेशल बसों का संचलन किया जा रहा है. इससे नौतनवा, ठूठीबारी, पडरौना, कप्तानगंज, देवरिया, मऊ, बढ़नी, सिद्धार्थनगर, डुमरियागंज, बस्ती, खलीलाबाद, बलरामपुर, गोंडा, बड़हलगंज, गोला, दोहरीघाट और पिपराइच से श्रद्धालुओं का आवागमन आसान होगा.