छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था का राज कायम करने में विष्णु देव साय सरकार फेल: भूपेश बघेल - government failed to maintain law - GOVERNMENT FAILED TO MAINTAIN LAW
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विष्णु देव साय सरकार को कानून व्यवस्था का राज कायम करने में फेल बताया है. बघेल ने कहा कि मॉनसून सत्र में हम जनता से जुड़े तमाम मुद्दों को उठाएंगे. बलौदाबाजार हिंसा से लेकर स्कूली बच्चों की बिल्डिंग तक की बात करेंगे.
रायपुर: भूपेश बघेल ने बीजेपी सरकार को छत्तीसगढ़ में फेल बताया है. बघेल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि विधानसभा सत्र की शुरुआत 22 जुलाई से होनी है. सत्र के दौरान हम तमाम मुद्दों को सदन में रखेंगे. भूपेश बघेल ने कहा कि ''इस सरकार में क्या हो रहा है पता ही नहीं चल रहा है. संसदीय कार्य मंत्री इस्तीफा दे चुके हैं. सरकार में शिक्षा मंत्री का पद खाली पड़ा है. प्रदेश में स्कूल गर्मी की छुट्टियों के बाद खुल चुके हैं. कहीं स्कूलों की बिल्डिंग नहीं तो कहीं शिक्षक नदारद हैं.''
छत्तीसगढ़ में कानून व्यवस्था फेल (ETV Bharat)
'कानून व्यवस्था का राज कायम करने में सरकार विफल': भूपेश बघेल ने कहा कि ''विधानसभा सत्र के लिये हमारे पास तो मुद्दे बहुत हैं. बलौदाबाजार में जो आगजनी हुआ है, कुकदूर में 19 लोगों की मौते हुई है सबपर चर्चा होगी. प्रदेश में आए दिन हत्याएं, बलात्कार हो रही हैं सबसे ज्यादा कवर्धा जिले में लॉ एंड आर्डर खराब है. गृह मंत्री के क्षेत्र में दर्जनों हत्या, दर्जनों बलात्कार की घटनाएं और कानून व्यवस्था नाम की चीज नहीं है. दूसरा मानसून सत्र शुरू होने वाला है जो खेती किसानी से जुड़ा हुआ मामला है. मॉनसून वैसे ही विलंब से आया है. खाद बीज की उपलब्धता नहीं के बराबर है. शिक्षा सत्र चल रहा है. ऐसे तमाम बड़े मुद्दे हैं जिनको हम सदन में लेकर जाएंगे.''
''वीर नारायण सिंह जी महापुरुष हैं हमारे छत्तीसगढ़ के और डॉ. खूबचंद बघेल के प्रेरणा स्रोत के रूप में उसे याद करते हैं. जिस दिन सत्र शुरू हो रहा है 22 जुलाई को उस दिन पुण्यतिथि है. ऐसे समय में सरकार के द्वारा नाम बदला जाना दुर्भाग्यजनक है. डॉ. बघेल स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रहे हैं. समाज सुधारक हैं. मध्यप्रदेश में विपक्ष के नेता भी थे. पंडित रवि शंकर शुक्ल के मंत्रिमंडल में संसदीय सचिव थे. उनका काफी लंबा राजनीतिक इतिहास और कार्यकाल रहा है. सामाजिक क्षेत्र से लेकर राजनीतिक क्षेत्र में उनका अच्छा खासा प्रभाव रहा है. ऐसे महापुरुष का नाम हटाया जाना बेहद दुर्भाग्यजनक है. वीर नारायण सिंह जी के नाम से और योजनाएं शुरु की जा सकती थीं. जिस प्रकार से महेंद्र कर्मा जी के नाम से जो तेंदूपत्ता संग्राहक बीमा योजना हम लोगों ने शुरू किया था उसको भी बंद कर दिया गया. महापुरुषों के नाम से जो योजनाएं हम लोगों ने शुरू किया उसको बंद किया जाना ठीक नहीं है. स्वामी आत्मानंद के नाम से जो स्कूल शुरू किए थे, शिक्षा क्षेत्र में उसका योगदान रहा है उसको कभी भुलाया नहीं जा सकता है.'' - भूपेश बघेल, पूर्व मुख्यमंत्री
'अपराध से लेकर बिजली तक की समस्या खड़ी हो गई है': भूपेश बघेल ने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ में जिस तेजी से अपराध बढ़ रहा है उससे लगता है कानून व्यवस्था फेल हो चुकी है. बघेल ने कहा कि ''बिजली जो पहले कभी कटती नहीं थी अब बिजली कटी रहती है. ग्रामीण इलाकों में खेती बारी के सीजन में बिजली किसानों को नहीं मिल पा रहा है.'' बघेल ने आरोप लगाया कि इस सरकार से कानून व्यवस्था संभल नहीं रही है. शहर में अपराध उसी तेजी से बढ़ने लगे हैं. अमानक बीज की शिकायत भी किसानों से मिल रही है. धान संग्रहण केंद्रों और धान सोसाइटियों से धान का उठाव नहीं हो रहा है. विधानसभा जो सबसे सुरक्षित एरिया माना जाता है वहां से चंदन के पेड़ को चोर काट ले गए. नीट की परीक्षा का पेपर इस सरकार ने लीक करा दिया. बच्चों का भविष्य खराब कर दिया. गौ तस्करी की घटनाएं बढ़ रही हैं. समय समय पर विभागीय कार्यों की समीक्षा की जानी चाहिए तभी हालत सुधरेंगे. पहले दिन ही जनदर्शन में जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों के खिलाफ शिकायतें मिली.''