ETV Bharat / state

भारत के विकास में मनमोहन सिंह का योगदान अहम, इसे कभी नहीं भुलाया जा सकता: दीपक बैज - MANMOHAN SINGH DEMISE

पूर्व पीएम मनमोहन सिंह की अंतिम विदाई में पीसीसी चीफ दीपक बैज शामिल हुए. उन्होंने मनमोहन सिंह के कामों को याद किया.

MANMOHAN SINGH DEMISE
पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को अंतिम विदाई (ETV BHARAT)
author img

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : 15 hours ago

नई दिल्ली/रायपुर: पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को शनिवार को अंतिम विदाई दी गई. दिल्ली के निगम बोध घाट पर उनका अंतिम संस्कार हुआ. पूरा देश पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के योगदान को याद कर रहा है. पीसीसी चीफ भी दिल्ली दौरे पर थे यहां वे मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार में शामिल हुए. दीपक बैज ने मनमोहन सिंह के महत्वपूर्ण योगदान को याद किया और कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री ने ऐतिहासिक कानून पेश किए. जिनका शासन और नागरिकों के सशक्तीकरण पर गहरा प्रभाव पड़ा है.

"कांग्रेस पार्टी को बड़ी क्षति": दीपक बैज ने मनमोहन सिंह के निधन को पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति बताया है. उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता. मनमोहन सिंह जी 10 साल तक देश के प्रधानमंत्री रहे. अगर हम उनके कामों को याद करें, तो उन्होंने सूचना का अधिकार, शिक्षा का अधिकार आदि जैसे कानून देश को दिए. निश्चित रूप से, उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था के विकास में योगदान दिया है, इसे कभी नहीं भुलाया जा सकता. उनके जाने से कांग्रेस पार्टी को अपूरणीय क्षति हुई है

सिख रीति रिवाज से हुआ अंतिम संस्कार: पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार दिल्ली के निगमबोध घाट पर हुआ. उनके परिवार, मित्रों, सहकर्मियों और सरकारी गणमान्य व्यक्तियों की मौजूदगी में उनको अंतिम विदाई दी गई. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को नमन किया. कांग्रेस के आला नेता और कार्यकर्ता अंतिम संस्कार में मौजूद रहे. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ सोनिया गांधी और राहुल गांधी भी पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि देने के बाद अंतिम संस्कार समारोह में मौजूद रहे.

मनमोहन सिंह कांग्रेस की सरकार में साल 1991 से 1996 तक वित्त मंत्री रहे. इस दौरान देश में आर्थिक सुधार के कार्य किए गए. उनकी अगुवाई में आर्थिक सुधार हुए. जिसने भारत की इकोनॉमी को बदल दिया. उसके बाद साल 2004 से 2014 तक लगातार दो बार मनमोहन सिंह देश के प्रधानमंत्री रहे.

सोर्स: एएनआई

मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार निगमबोध घाट पर करवाकर सरकार ने उनका अपमान किया: राहुल

पंचतत्व में विलीन हुए पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, राजकीय सम्मान से हुआ अंतिम संस्कार

खड़गे का प्रधानमंत्री से आग्रह: मनमोहन की अंत्येष्टि ऐसे स्थान पर हो जहां स्मारक बन सके

नई दिल्ली/रायपुर: पूर्व पीएम मनमोहन सिंह को शनिवार को अंतिम विदाई दी गई. दिल्ली के निगम बोध घाट पर उनका अंतिम संस्कार हुआ. पूरा देश पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के योगदान को याद कर रहा है. पीसीसी चीफ भी दिल्ली दौरे पर थे यहां वे मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार में शामिल हुए. दीपक बैज ने मनमोहन सिंह के महत्वपूर्ण योगदान को याद किया और कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री ने ऐतिहासिक कानून पेश किए. जिनका शासन और नागरिकों के सशक्तीकरण पर गहरा प्रभाव पड़ा है.

"कांग्रेस पार्टी को बड़ी क्षति": दीपक बैज ने मनमोहन सिंह के निधन को पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति बताया है. उन्होंने कहा कि मनमोहन सिंह के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता. मनमोहन सिंह जी 10 साल तक देश के प्रधानमंत्री रहे. अगर हम उनके कामों को याद करें, तो उन्होंने सूचना का अधिकार, शिक्षा का अधिकार आदि जैसे कानून देश को दिए. निश्चित रूप से, उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था के विकास में योगदान दिया है, इसे कभी नहीं भुलाया जा सकता. उनके जाने से कांग्रेस पार्टी को अपूरणीय क्षति हुई है

सिख रीति रिवाज से हुआ अंतिम संस्कार: पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार दिल्ली के निगमबोध घाट पर हुआ. उनके परिवार, मित्रों, सहकर्मियों और सरकारी गणमान्य व्यक्तियों की मौजूदगी में उनको अंतिम विदाई दी गई. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को नमन किया. कांग्रेस के आला नेता और कार्यकर्ता अंतिम संस्कार में मौजूद रहे. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के साथ सोनिया गांधी और राहुल गांधी भी पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि देने के बाद अंतिम संस्कार समारोह में मौजूद रहे.

मनमोहन सिंह कांग्रेस की सरकार में साल 1991 से 1996 तक वित्त मंत्री रहे. इस दौरान देश में आर्थिक सुधार के कार्य किए गए. उनकी अगुवाई में आर्थिक सुधार हुए. जिसने भारत की इकोनॉमी को बदल दिया. उसके बाद साल 2004 से 2014 तक लगातार दो बार मनमोहन सिंह देश के प्रधानमंत्री रहे.

सोर्स: एएनआई

मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार निगमबोध घाट पर करवाकर सरकार ने उनका अपमान किया: राहुल

पंचतत्व में विलीन हुए पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, राजकीय सम्मान से हुआ अंतिम संस्कार

खड़गे का प्रधानमंत्री से आग्रह: मनमोहन की अंत्येष्टि ऐसे स्थान पर हो जहां स्मारक बन सके

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.