उत्तरकाशी: अलग राज्य बनने के बाद प्रदेश में सत्ता बदली सरकारें बदली, लेकिन नौगांव ब्लॉक के दोणी गांव में आज तक सड़क नहीं पहुंच पाई है. गांव के लोग लोक सभा और विधान सभा चुनाव में मतदान के लिए ढाई किमी दूर कंसोला गांव पहुंच कर मतदान करते हैं. वहीं पंचायत चुनाव में उन्हें आठ से दस किमी की पैदल दूरी तय कर खांन्सी गांव में मतदान करने जाना पड़ता है. लोग सालों से गांव में ही मतदान केंद्र बनाने की मांग करते आ रहे हैं. लेकिन आज तक गांव में अलग मतदान केंद्र नहीं बन पाया.
दोणी गांव के लोगों को वोटिंग के लिए करना पड़ता है मीलों का सफर, मतदान केंद्र खोलने की मांग - Polling Station Demand Uttarkashi
Doni Village Polling Station Demand प्रदेश में अभी भी कई ऐसे गांव हैं जो सड़क सुविधा से महरूम हैं. उन्हीं में से एक उत्तरकाशी का दोणी गांव भी है, जो आज तक सड़क सुविधा से वंचित है. ग्रामीणों ने गांव में मतदान केंद्र खोलने की मांग की है.
By ETV Bharat Uttarakhand Team
Published : Mar 20, 2024, 5:06 PM IST
|Updated : Mar 20, 2024, 5:23 PM IST
विकासखंड नौगांव के खांन्सी ग्राम पंचायत के उप गांव दोणी में करीब बीस परिवार निवास करते हैं और गांव में मतदाताओं की संख्या करीब 180 है. विडम्बना ये है कि दोणी गांव में आज तक सड़क भी नहीं पहुंच पाई है. गांव में कोई बीमार हो जाए तो उसे चारपाई या घोड़े खच्चर के सहारे चार किमी जंगल के रास्ते बिनाई गाड़ पुरोला मोटर मार्ग पर पहुंचाया जाता है. फिर सात किमी दूर नौगांव या फिर 12 से 13 किमी दूर सीएचसी पुरोला जाना पड़ता है.
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दोणी गांव के सामाजिक कार्यकर्ता नागेंद्र बर्थवाल का कहना है कि हम सालों से गांव में मतदान केंद्र बनाने की मांग कर रहे हैं. आज तक न तो गांव में मतदान केंद्र बन पाया और ना ही गांव सड़क से जुड़ पाया है. ग्राम प्रधान खांन्सी राजेश राणा का कहना है कि पंचायत चुनाव में एक वोट की बड़ी अहमियत होती है. इसलिए गांव का हर मतदाता वोट डालने आठ से दस किमी की पैदल दूरी नाप कर खांन्सी गांव पहुंचता है. गांव में मतदान केंद्र बनाने के लिए वह भी कई बार लिख चुके हैं.