चित्तौड़गढ़. जिले में आजोलिया का खेड़ा के ग्रामीणों ने गत सप्ताह एक युवक की हुई संदिग्ध मौत को हत्या बताते हुए कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया. उनका आरोप था कि युवक की हत्या हुई है, लेकिन पुलिस इस मामले में सही जांच नहीं कर रही. वहीं, पुलिस का कहना है कि अब तक की जांच में हत्या का कोई संकेत नहीं मिला. ग्रामीणों के परिवाद पर एसपी ने मामले की जांच भदेसर के पुलिस उपाधीक्षक को सौंपी है.
कपासन के पूर्व विधायक और भूमि विकास बैंक के अध्यक्ष बद्रीलाल जाट सिंहपुर के नेतृत्व में ग्रामीणों ने पुलिस अधीक्षक से मुलाकात कर ज्ञापन पेश किया. इसमें बताया कि 22 मार्च की शाम 26 वर्षीय गिरधारी पुत्र किशन लाल जाट का शव रेलवे ट्रैक के पास पाया गया था. आरोप है कि इस संबंध में रेलवे के लोको पायलट के बयान लिए गए थे, उनमें लोको पायलट ने बताया था कि युवक ट्रेन से नहीं टकराया, उसका शव पहले ही ट्रैक पर पड़ा था, उसने युवक को देखकर ट्रेन रोकी थी.
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ग्रामीणों का आरोप है कि शुरूआती दौर में पुलिस की जांच सही दिशा में थी, लेकिन कथित रूप से एक अधिकारी ने मामले में दखल दिया और अब इसे दुर्घटना का रूप देने का प्रयास जा रहा है. ग्रामीणों ने एफएसएल टीम और डॉग स्क्वाड को मौके पर भिजवाकर सुराग जुटाने तथा थाना अधिकारी से ही मामले की जांच करवाने की मांग की. जाट ने आरोप लगाया कि युवक की मौत नहीं हुई, बल्कि अज्ञात लोगों द्वारा उसकी हत्या कर शव रेलवे लाइन के बीच डाला गया है, ताकि मामले को दुर्घटना का रूप दिया जा सके. उन्होंने चेतावनी दी कि 2 दिन के भीतर मामले का खुलासा नहीं होने पर आंदोलन किया जाएगा. इससे पहले महिलाओं सहित बड़ी संख्या में गांव के लोग कलेक्ट्रेट पहुंचे और गिरधारी के हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग के समर्थन में जमकर नारेबाजी की. इस बीच, गंगरार थाना प्रभारी मोतीराम सारण ने बताया कि लोको पायलट और रेलवे पुलिस से पूछताछ के आधार पर प्राथमिक तौर पर मर्ग दर्ज किया गया है. उन्होंने कहा कि हत्या जैसे कोई संकेत नहीं मिले. ग्रामीणों की मांग के आधार पर पुलिस अधीक्षक ने मामले की जांच भदेसर के पुलिस उपाधीक्षक को सौंपी है.