उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

ग्रामीणों के साथ व्यापारियों ने थाने का किया घेराव, पुलिस-प्रशासन के खिलाफ की नारेबाजी - RAEBARELI NEWS - RAEBARELI NEWS

यूपी के रायबरेली में कुछ दिनों हुई लूट मामले में नया मोड़ आ गया है. ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि जिसने पैसे भरे बैग वापस किए पुलिस ने उन्हें आरोपी बना दिया. इसके विरोध में ग्रामीण और दुकानदारों ने प्रदशन किया.

Etv Bharat
ग्रामीणों ने थाने को घेरा. (Etv Bharat)

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Aug 29, 2024, 4:59 PM IST

Updated : Aug 29, 2024, 5:06 PM IST

रायबरेली: गदागंज थाना क्षेत्र में पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए क्षेत्र के व्यापारियों और ग्रामीणों ने लामबंद होकर थाने का घेराव किया. दुकान बंद कर ग्रामीणों के साथ गदागंज थाना पहुंचे व्यापारियों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. प्रदर्शन कर रहे लोगों ने आरोप लगाया कि लूट की सूचना देने वाले युवाओं को ही पुलिस ने मुख्य आरोपी बना दिया है.

पुलिस प्रशासन के खिलाफ ग्रामीणों ने किया प्रदर्शन. (Video Credit; ETV Bharat)


बता दें कि गदागंज थाना कस्बे में 20 अगस्त को जन सुविधा केंद्र के संचालक से 8 लाख रुपये की लूट की घटना सामने आई थी. इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर माल बरामदगी का दावा किया था. इस गिरफ्तारी के तरीके पर सवाल उठने लगे. ग्रामीणों के अनुसार गांव के ही दीपू और तीन अन्य युवक ने रास्ते में पड़े रुपये से भरे बैग को देखा और सूचना तुरंत ग्राम प्रधान को दी.

ग्रामीण और दुकानदारों का कहना है कि ग्राम प्रधान ने इसकी जानकारी गदागंज थाना अध्यक्ष को दी थी. इस पर पुलिस ने युवकों को थाने बुलाकर रुपए से भरे बैग को सौंपने को कहा था. तीनों युवकों ने रुपये से भरा बैग पुलिस को सौंप दिया था. उस समय पुलिस ने युवकों को छोड़ दिया था. लेकिन दो दिन बाद तीनों युवकों को थाने बुलाकर गिरफ्तारी दिखाई गई. लूट के आरोप में उन्हें जेल भेज दिया गया.

इस घटना से आक्रोशित ग्रामीणों और व्यापारियों ने थाने का घेराव किया. गदागंज कस्बे के सभी दुकानदारों ने विरोध में अपनी दुकान बंद कर दी और पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल हुए. ग्रामीण और व्यापारी ने इस मामले में निष्पक्ष जांच और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.

डलमऊ क्षेत्राधिकारी अरुण नोवहार ने थाना गदागंज में व्यापारी व ग्रामीण आये थे. मामले में निष्पक्ष जांच के लिये अपना पक्ष रखा. जिन लोगों को जेल भेजा गया है, उन्हें साक्ष्य के आधार पर गिरफ्तार किया गया था. इस मामले में जांच अभी भी प्रचलित है.

इसे भी पढ़ें-पेट्रोल की जगह दे रहा था पानी मिला तेल, बवाल मचने पर मजिस्ट्रेट ने पेट्रोल पंप के खिलाफ सुनाया ये फैसला

Last Updated : Aug 29, 2024, 5:06 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

...view details