नई दिल्ली:दिल्ली में विधानसभा का शीतकालीन सत्र चल रहा है. आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. अब विधानसभा में नेता विपक्ष विजेंद्र गुप्ता ने आम आदमी पार्टी की सरकार पर विपक्षी विधायकों की आवाज को दबाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार द्वारा अपनी गलतियों और असफलताओं को छुपाने के लिए भाजपा विधायकों को सदन में बोलने का मौका नहीं दिया गया.
विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि नियम-280 (विशेष उल्लेख) के अंतर्गत भाजपा विधायकों ओम प्रकाश शर्मा, मोहन सिंह बिष्ट, जितेंद्र महाजन, अभय वर्मा, अजय महावर और अनिल बाजपेई द्वारा विधानसभा अध्यक्ष को दिए गए नोटिस को स्वीकार करने के बावजूद सदन में बोलने और उसकी चर्चा करने की अनुमति नहीं दी गई. गुप्ता ने आरोप लगाया कि विपक्ष को बोलने का मौका न देने की मंशा के चलते स्पीकर द्वारा नियम-280 के प्रावधान को ही सदन की कार्यवाही से निकाल दिया गया. विरोधस्वरूप विपक्षी विधायकों ने सदन की कार्यवाही का वॉकआऊट कर दिया.
इन मुद्दों पर चर्चा करना चाहते थे नेता विपक्ष:नेता विपक्ष ने कहा अरविंद केजरीवाल के शीशमहल पर करोड़ों रुपये के भोग-विलासिता के संसाधन जुटाए जाने, रोहिंग्याओं को दिल्ली सरकार द्वारा वोटर कार्ड जारी करने और उन्हें वोटर लिस्ट में शामिल करने, कैग की लंबित पड़ी 12 रिपोर्टस् को सदन पटल में रखने जैसे मुद्दों पर चर्चा करना चाहता था और सरकार से इन सभी मुद्दों पर जवाब मांगना चाहता था, लेकिन सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी की ओर से उनकी आवाज को दबा दिया गया और उन्हें इन मुद्दों पर बोलने की अनुमति नहीं दी गई.