विदिशा सूर्य मंदिर विवाद: ASI की तालाबंदी का विरोध, नागपंचमी की पूजा पर सस्पेंस, जानिए-क्या कहते हैं इतिहासकार - VIDISHA VIJAY SURYA MANDIR - VIDISHA VIJAY SURYA MANDIR
विदिशा के विजय मंदिर जिसे सूर्य मंदिर भी कहा जाता है, का विवाद गहरा गया है. आर्कियोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया द्वारा इसे मस्जिद बताने का तीख विरोध शुरू हो गया है. वहीं, स्थानीय विधायक मुकेश टंडन ने साफ किया है कि वहां पर नागपंचमी की पूजा होगी. वहीं, जिला प्रशासन का कहना है कि जो परंपरा पहले से चली आ रही है, उसका निर्वहन किया जाएगा.
विदिशा सूर्य मंदिर विवाद, एएसआई की तालाबंदी का विरोध (ETV BHARAT)
विदिशा।विजय (सूर्य) मंदिर को हाल ही में आर्कियोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया (ASI) ने मस्जिद बताया है. एएसआई के इस कदम का हिंदू संगठन विरोध कर रहे हैं. विजय मंदिर मुक्ति सेवा समिति के सदस्यों ने भाजपा विधायक मुकेश टंडन के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर और एसपी को इस बारे में ज्ञापन सौंपा. इसमें एएसआई द्वारा मंदिर को मस्जिद बताए जाने पर आपत्ति दर्ज कराई गई है. विधायक मुकेश टंडन का कहना है कि हिंदू मुस्लिम का विवाद किसी भी सूरत में यहां नहीं है.
विधायक ने की विदिशा के सूर्य मंदिर का ताला खोलने की मांग (ETV BHARAT)
बीजामंडल का ये है इतिहास (ETV BHARAT)
सूर्या मंदिर के अंदर का दृश्य (ETV BHARAT)
विधायक ने की ताला खोलने की मांग
विधायक ने मांग की है कि एएसआई द्वारा जो ताला लगाया गया है, उसे खोल देना चाहिए. उन्होंने विजय मंदिर का दोबारा सर्वे करने की भी मांग भी उठाई. राम मंदिर, ज्ञानवापी और अन्य जगहों का उदाहरण देते हुए हिंदू संगठनों ने यहां दोबारा सर्वे कर वास्तविक स्थिति से अवगत कराने की मांग की है. विधायक मुकेश टटंडन का कहना है "यहां हिंदू व मुस्लिम के बीच विवाद पूरी तरह से खत्म कर दिया गया था. मुस्लिम समाज भी एएसआई के फैसले को लेकर हिंदुओं के समर्थन में हैं."
इतिहासकार गोविंद देवलिया (ETV BHARAT)
इतिहासकार गोविंद देवलिया ने बीजा मंडल की तस्वीरें पेश की (ETV BHARAT)
वहीं, कलेक्टर बुद्धेश कुमार वैद्य का कहना है "एएसआई के दस्तावेजों में मस्जिद लिखा हुआ है. नागपंचमी पर होने वाली पूजा व परंपरा जैसी पहले से चली आ रही है, उसका निर्वहन किया जाएगा. जहां तक एएसआई की कार्रवाई की बात है तो इसके लिए संबंधित विभाग को सूचित कर दिया गया है." बता दें कि हिंदू संगठनों द्वारा लगातार एएसआई के कदम का विरोध किया जा रहा है. वहीं, इतिहासकार गोविंद देवलियाने बीजा मंडल (विजय मंदिर) में देवी-देवताओं के मंदिर के साथ वीडियो में दिखाते हुए बताया पूरा इतिहास ही सामने रख दिया.