वाराणसी: बनारस में मोहल्लों की बदहाल व्यवस्था के बीच बुधवार को पार्षद और स्थानीय लोगों में हाथापाई की नौबत आ गई है. बुधवार को वाराणसी के बिंदु माधव वार्ड में एक महिला और स्थानीय परिषद के बीच जमकर हाथापाई हुई है. जिसके बाद पार्षद की तहरीर पर महिला के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. जबकि महिला भी पार्षद पर मारपीट करने का आरोप लगा रही है और तहरीर लेकर पार्षद के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग कर रही है.
VIDEO: BJP महिला पार्षद और महिला में मारपीट, जमीन कब्जाने के आरोप पर दोनों भिड़ी - VARANASI news
बनारस में बीजेपी की महिला पार्षद और स्थानीय महिला के बीच जमीन के मामले को लेकर जमकर मारपीट हो गई. जिसका वीडियो भी वायरल हो रहा है. सीवेज पाइप लाइन बिछाने को लेकर दो पक्ष आमने सामने हैं. वहीं पार्षद की तरहीर पर मामला दर्ज हो गया लेकिन महिला की तहरीर पर मामला दर्ज नहीं किया जा रहा जिसको लेकर महिला धरने पर बैठने की चेतावनी भी दे रही है.
By ETV Bharat Uttar Pradesh Team
Published : Jun 26, 2024, 7:07 PM IST
दरअसल मंगलवार को बीजेपी पार्षदों ने अपने-अपने क्षेत्र में सीवर व्यवस्था और अन्य बदहाली को लेकर नगर निगम पर प्रदर्शन किया था. जिसके बाद आज इसे लेकर नगर आयुक्त बिंदु माधव वार्ड के दुर्गाघाट इलाके में निरीक्षण के लिए पहुंचे थे. इस दौरान क्षेत्रीय पार्षद कनक लता मिश्रा और स्थानीय महिला अर्चना सेठ के बीच जमकर मारपीट हो गई. हालांकि वहां से नगर आयुक्त निकल चुके थे, लेकिन मामला बढ़ता देख स्थानीय लोगों ने बीच बचाव किया. जिसका एक वीडियो भी वायरल है. जिसमें महिला और पार्षद के बीच हाथापाई होती दिखाई दे रही है.
इस मामले में पार्षद कनक लता मिश्रा से फोन पर हुई बातचीत में पार्षद कनक लता मिश्रा का कहना है कि वह अपना कार्य कर रही थी, मामला सिर्फ सीवर की समस्या के निराकरण से जुड़ा हुआ है. जिस जमीन और शाही नाले को कनेक्ट करने के लिए काम किया जाना है, उस प्रॉपर्टी को अर्चना सेठ अपनी बताती हैं और बार-बार मेरे ऊपर जमीन कब्जा करने का आरोप लगाते हैं. इसी बात को लेकर आज जब नगर आयुक्त से बात करके मैं लौट रही थी. उन्होंने मेरे ऊपर हमला कर दिया और अभद्रता भी करने लगी. जिसके बाद आत्मसम्मान और आत्मरक्षा के लिए मुझे भी हाथ उठाना पड़ा.
वहीं इस पूरे मामले में दूसरे पक्ष की अर्चना सेठ का कहना है कि, मेरी जमीन के ऊपर से जबरदस्ती पाइपलाइन ले जाना चाहते हैं. और पार्षद मेरी जमीन पर कब्जा करना चाहती है. मैं बार-बार इसका विरोध करती हूं. जिसकी वजह से बुधवार को पार्षद ने मेरे ऊपर हमला किया है. दूसरे पक्ष की तरफ से तो सत्ता पक्ष का दबाव होने के कारण उनकी बात सुनी गई है, लेकिन मेरे साथ जो हुआ उसकी तहरीर में लेकर आई हूं मेरा भी मुकदमा दर्ज होना चाहिए. नहीं तो मैं थाने से जाऊंगी ही नही.