बीकानेर.कोई भी व्यक्ति कर्ज के बोझ में नहीं दबना चाहता, लेकिन कई बार ऐसी परिस्थितियां आ जाती हैं, जिसके आगे मजबूर होकर कर्ज लेना पड़ जाता है. लगातार बढ़ते कर्ज की वजह से व्यक्ति मानसिक तनाव में भी रहने लगता है. कभी-कभी कर्ज का बोझ इतना हो जाता है व्यक्ति को समझ नहीं आता क्या करे. ऐसे में इसकी एक परेशानी का कारण घर का वास्तु दोष भी हो सकता है.
प्रसिद्ध वास्तुविद राजेश व्यास बताते हैं कि वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की वायव्य दिशा में वास्तु दोष होने पर कर्ज लेने की स्थिति उत्पन्न होती है. इसकी वजह से व्यक्ति बिना आवश्यकता के ही कर्ज के चक्कर में फंस जाता है. घर के अग्निकोण (दक्षिण-पूर्व) में वास्तु दोष होने पर खर्चे इतने बढ़ जाते हैं कि कर्ज चुकाना मुश्किल हो जाता है. कभी-कभी तो प्रतिष्ठा भी दांव पर लग जाती है.
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ईशान दिशा दोष : घर की ईशान दिशा (उत्तर-पूर्व ) में वास्तु दोष होने पर घर का मुखिया गलत मार्गदर्शन से कर्ज के चक्कर में फंसता है. ईशान दिशा में वास्तु दोष के कारण शेयर मार्केट, जुआ ,सट्टा, लाटरी से धन कमाने के लालच में कई लोग बिना बात ही कर्जदार बन जाते हैं. वास्तु के अनुसार, यदि घर के मुखिया का बेडरूम वायव्य दिशा में हो तो इससे व्यवसाय में हानि होने लगती है, जिसकी वजह से कर्ज लेने की स्थिति उत्पन्न होने लगती है.