वाराणसी :वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय में एक नया इतिहास लिखा गया है. विश्वविद्यालय में पहली बार महिला परीक्षा नियंता की नियुक्ति की गई है. यह विश्वविद्यालय के इतिहास में पहला मौका है जब किसी महिला प्रोफेसर को परीक्षा नियंता की जिम्मेदारी दी गई है. विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर सुधीर जैन ने परीक्षा विभाग में बदलाव करते हुए, शारीरिक शिक्षा विभाग की प्रोफेसर सुषमा घिल्डियाल को परीक्षा नियंता नियुक्त किया है.
प्रोफेसर सुषमा बीएचयू में 1989 में लेक्चरर के पद पर नियुक्त हुई थीं. 1994 में उन्हें सीनियर लेक्चरर, 1999 में रीडर, 2007 में प्रोफेसर बनाया गया था. 2007 से 2010 और 2015 से 2018 तक वह शारीरिक शिक्षा विभाग की दो बार अध्यक्ष रह चुकी हैं. इसके साथ ही उन्हें BHU स्कूल बोर्ड की उपाध्यक्ष भी बनाया गया है. उनका अब तक 45 राष्ट्रीय रिसर्च पेपर प्रकाशित हो चुका है. इसके साथ ही 20 अंतर्राष्ट्रीय रिसर्च पेपर भी लिख चुकी हैं.
बताते चले कि, कुलपति के आदेश अनुसार महिला परीक्षा नियंता की तैनाती की गई है. इसके पहले प्रोफेसर एन के मिश्रा परीक्षा नियंता थे. कुलपति के अगले आदेश तक महिला प्रोफेसर जहां परीक्षण नियंता की जिम्मेदारी निभाएंगी, तो वहीं प्रोफेसर एन के मिश्रा महाविद्यालयों के समन्वयं के आचार्य प्रभारी के रूप में पूर्ववत कार्य करते रहेंगे.
इसी क्रम में संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय की ऑनलाइन संस्कृत प्रशिक्षण कार्यक्रम के वार्षिक डिप्लोमा पाठ्यक्रम की परीक्षाएं 17 जनवरी से शुरू हो रही हैं. यह परीक्षाएं 17 से 25 जनवरी तक शाम 5:00 बजे से 9:00 बजे तक संचालित की जाएगी. इस बारे में ऑनलाइन संस्कृत प्रशिक्षण केंद्र के निदेशक प्रोफेसर रमेश प्रसाद ने बताया कि यह सभी परीक्षाएं ऑनलाइन माध्यम से संचालित की जाएगी. जिसमें ज्योतिष एवं कुंडली विज्ञान, वस्तु विज्ञान, संस्कृत भाषा शिक्षण कर्मकांड और योग पाठ्यक्रम शामिल है. परीक्षार्थियों को 50 वस्तुनिष्ठ प्रश्नों के उत्तर देने होंगे. यह सभी प्रश्न पत्र 1 घंटे के होंगे. परीक्षार्थियों की सूची और टाइम टेबल जनवरी के पहले सप्ताह में जारी कर दिया जाएगा. व्हाट्सएप ग्रुप पर परीक्षार्थियों को पाठ्यक्रम से संबंधित वीडियो और सिलेबस दिए जा चुके हैं. परीक्षा के 10 दिन के उपरांत परिणाम जारी कर ऑनलाइन प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया जाएगा.
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