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लैप्स हो चुकी इंश्योरेंस पॉलिसी रिन्यू कराने के नाम पर हजारों लोगों को ठगा, 5 साइबर ठग कॉल सेंटर से गिरफ्तार - FAKE CALL CENTER IN DELHI

कानपुर की साइबर क्राइम टीम ने दिल्ली के रमेश नगर से किया अरेस्ट, आरोपियों के पास से 40 स्मार्टफोन और एक लाख रुपये नगद मिला

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Dec 20, 2024, 10:33 PM IST

Updated : Dec 20, 2024, 10:39 PM IST

कानपुर: अक्सर ही ऐसा होता है, जब किसी की पॉलिसी लैप्स हो जाती है तो उसे रिन्यू कराने के लिए इंश्योरेंस कंपनियों के प्रतिनिधि या कर्मचारी पॉलिसीधारक को कॉल करते हैं. कुछ ऐसा ही गीता नगर निवासी अरविंद सचान के साथ कुछ दिनों पहले हुआ था. हालांकि जब अरविंद ने एक कॉल पर 5.55 लाख रुपये भेज दिए, तब जाकर उन्हें पता लगा उनके साथ साइबर फ्रॉड हो गया है. उन्होंने इस मामले की जानकारी साइबर थाना में देते हुए मुकदमा दर्ज कराया.

साइबर टीम ने इस मामले की जांच शुरू की तो दिल्ली के रमेश नगर से पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया. ये आरोपी देश के कई राज्यों में हजारों ऐसे पॉलिसी धारकों को ठगा था, जिनकी पॉलिसी काफी दिनों से लैप्स थीं. एडीसीपी साइबर क्राइम मनीष सोनकर ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में बताया कि हरियाणा निवासी विशाल कपूर(33), दिल्ली निवासी तौफीक (28), रमेश चौधरी (24), रिषभ (24 ) व साहिल (24) को दिल्ली से गिरफ्तार किया है. ये सभी मिलकर दिल्ली में कॉल सेंटर चला रहे थे. इसी फर्जी कॉल सेंटर से कई राज्यों तक अपना नेटवर्क सभी ने फैला रखा था. इनके पास से 40 से अधिक मोबाइल, 2 कंप्यूटर और एक लाख रुपये बरामद किया गया है.

एडीसीपी साइबर क्राइम मनीष सोनकर. (Video credit: Kanpur Police)
जस्ट डायल से नंबर निकालकर करते थे कॉल:एडीसीपी साइबर क्राइम ने बताया जस्ट डायल समेत अन्य कंपनियों की मदद से सभी आरोपी ऐसे पॉलिसी धारकों के नंबर अरेंज करते थे, जिनकी पॉलिसी लैप्स हो चुकी हैं. इसके बाद फर्जी इंश्योरेंस एजेंट बनकर व फर्जी दस्तावेज तैयार कर पॉलिसी धारकों को उनके स्मार्टफोन पर भेजते थे. इसके बाद फिर, खाता नंबर देकर उनमें रुपये मंगवा लेते थे. एडीसीपी ने कहा, अब इस मामले में आरोपियों की मदद करने वालों को तलाशा जा रहा है. साक्ष्यों के आधार पर सभी के खिलाफ विधिक कार्रवाई होगी.

इसे भी पढ़ें-सावधान! महाकुंभ से पहले साइबर ठग सक्रिय, फेक वेबसाइट बनाकर कर रहे होटल-टेंट सिटी में बुकिंग

कानपुर: अक्सर ही ऐसा होता है, जब किसी की पॉलिसी लैप्स हो जाती है तो उसे रिन्यू कराने के लिए इंश्योरेंस कंपनियों के प्रतिनिधि या कर्मचारी पॉलिसीधारक को कॉल करते हैं. कुछ ऐसा ही गीता नगर निवासी अरविंद सचान के साथ कुछ दिनों पहले हुआ था. हालांकि जब अरविंद ने एक कॉल पर 5.55 लाख रुपये भेज दिए, तब जाकर उन्हें पता लगा उनके साथ साइबर फ्रॉड हो गया है. उन्होंने इस मामले की जानकारी साइबर थाना में देते हुए मुकदमा दर्ज कराया.

साइबर टीम ने इस मामले की जांच शुरू की तो दिल्ली के रमेश नगर से पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया. ये आरोपी देश के कई राज्यों में हजारों ऐसे पॉलिसी धारकों को ठगा था, जिनकी पॉलिसी काफी दिनों से लैप्स थीं. एडीसीपी साइबर क्राइम मनीष सोनकर ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में बताया कि हरियाणा निवासी विशाल कपूर(33), दिल्ली निवासी तौफीक (28), रमेश चौधरी (24), रिषभ (24 ) व साहिल (24) को दिल्ली से गिरफ्तार किया है. ये सभी मिलकर दिल्ली में कॉल सेंटर चला रहे थे. इसी फर्जी कॉल सेंटर से कई राज्यों तक अपना नेटवर्क सभी ने फैला रखा था. इनके पास से 40 से अधिक मोबाइल, 2 कंप्यूटर और एक लाख रुपये बरामद किया गया है.

एडीसीपी साइबर क्राइम मनीष सोनकर. (Video credit: Kanpur Police)
जस्ट डायल से नंबर निकालकर करते थे कॉल:एडीसीपी साइबर क्राइम ने बताया जस्ट डायल समेत अन्य कंपनियों की मदद से सभी आरोपी ऐसे पॉलिसी धारकों के नंबर अरेंज करते थे, जिनकी पॉलिसी लैप्स हो चुकी हैं. इसके बाद फर्जी इंश्योरेंस एजेंट बनकर व फर्जी दस्तावेज तैयार कर पॉलिसी धारकों को उनके स्मार्टफोन पर भेजते थे. इसके बाद फिर, खाता नंबर देकर उनमें रुपये मंगवा लेते थे. एडीसीपी ने कहा, अब इस मामले में आरोपियों की मदद करने वालों को तलाशा जा रहा है. साक्ष्यों के आधार पर सभी के खिलाफ विधिक कार्रवाई होगी.

इसे भी पढ़ें-सावधान! महाकुंभ से पहले साइबर ठग सक्रिय, फेक वेबसाइट बनाकर कर रहे होटल-टेंट सिटी में बुकिंग

Last Updated : Dec 20, 2024, 10:39 PM IST
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