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देहरादून काठगोदाम ट्रेन में महिला से छेड़छाड़ मामले पर आयोग गंभीर, कुसुम कंडवाल ने दिए ये निर्देश - Crime Against Women in Uttarakhand

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Aug 21, 2024, 8:22 PM IST

Dehradun Kathgodam Train Woman Doctor Molest, Kusum Kandwal On Women Safety देहरादून काठगोदाम एक्सप्रेस ट्रेन में महिला डॉक्टर के साथ छेड़छाड़ मामले का उत्तराखंड महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने संज्ञान लिया है. उन्होंने हरिद्वार रेलवे पुलिस अधीक्षक सरिता डोभाल को आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा है.

Uttarakhand Women Commission Chairman Kusum Kandwal
उत्तराखंड महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल (फोटो- ETV Bharat)

देहरादून: उत्तराखंड महिला आयोग ने देहरादून से काठगोदाम जाने वाली ट्रेन में एक महिला डॉक्टर के साथ अभद्र व्यवहार मामले का संज्ञान ले लिया है. उत्तराखंड महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने इस मामले को लेकर रेलवे में महिला सुरक्षा को लेकर हरिद्वार रेलवे पुलिस अधीक्षक सरिता डोभाल से फोन पर बातचीत की. साथ ही उन्होंने आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए.

महिला की फोटो खींचने और वीडियो बनाने वाले को मिले कड़ी सजा:उत्तराखंड महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने कहा कि बिना किसी अनुमति के किसी का भी फोटो खींचना या वीडियो बनाना एक अपराध है. ऐसे में चोरी छिपे महिला की फोटो खींचने और वीडियो बनाने वाले युवक को कड़ी सजा मिलनी चाहिए. साथ ही निर्देश दिए कि इस बात की गंभीरता से जांच भी होनी चाहिए कि वीडियो बनाने वाले युवक का इसके पीछे क्या मकसद था? संबंधित मामले की जांच कर रिपोर्ट आयोग को भी भेजने के निर्देश दिए हैं.

कुसुम कंडवाल ने हरिद्वार रेलवे पुलिस अधीक्षक सरिता डोभाल को निर्देश देते हुए कहा कि ये घटना बहुत ही निंदनीय है. लिहाजा, इस मामले की गंभीरता से जांच होनी चाहिए. साथ ही ऐसे आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई भी होनी चाहिए. ताकि, अन्य कोई भी व्यक्ति इस तरह के अपराध को करने से पहले सौ बार सोचे. महिला सुरक्षा को लेकर सरकार कड़े कानून बना रही है. इसी क्रम में उत्तराखंड सरकार भी महिला सशक्तिकरण और महिला सुरक्षा को लेकर संवेदनशील है.

महिलाओं के साथ खड़ा है आयोग:महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने जनता से अपील करते हुए कहा कि अगर कोई भी कहीं भी इस तरह का कृत्य करता है तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई कराने के लिए आगे आए और सहयोग भी करें. क्योंकि, समाज का हिस्सा महिलाएं भी हैं. आयोग किसी भी प्रकार की घटनाओं में महिलाओं की सुरक्षा और उनको न्याय दिलाने के लिए महिलाओं के साथ खड़ा है.

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