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महान सर्वेयर राधानाथ सिकदर को समर्पित रहा विश्व खाद्य दिवस, राजभवन में कटा एवरेस्ट नुमा 10 पौंड का केक

विश्व खाद्य दिवस पर 'सिकदर बेकरी उत्पादों' की श्रृंखला का अनावरण, पहाड़ी केक-पेस्ट्री और कुकीज स्वाद के साथ बढ़ाएंगे सेहत

SIKDAR BAKERY PRODUCTS LAUNCHD
राजभवन में विश्व खाद्य दिवस समारोह (Photo courtesy- Uttarakhand Raj Bhavan)

By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Oct 17, 2024, 7:49 AM IST

देहरादून: विश्व खाद्य दिवस के मौके पर उत्तराखंड राजभवन में भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस विश्व खाद्य दिवस को सर्वे ऑफ इंडिया के महान त्रिकोणमिति विशेषज्ञ राधानाथ सिकदर को समर्पित किया गया. इस मौके पर राजभवन में 10 पौंड का हिमालय के सबसे ऊंचे शिखर एवरेस्ट के स्वरूप में केक पर्यटन विकास परिषद और दून बैंकर्स एसोसिएशन के द्वारा काटा गया.

सिकदर बेकरी उत्पादों का शुभारंभ: विश्व खाद्य दिवस के अवसर पर राजभवन में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने पर्यटन विकास परिषद और दून बेकर्स एसोसिएशन के 'सिकदर बेकरी उत्पादों' की श्रृंखला का अनावरण किया. इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज भी मौजूद रहे. सिकदर बेकरी उत्पादों की श्रृंखला में सिकदर केक, सिकदर पेस्ट्री और सिकदर कुकीज शामिल हैं.

विश्व खाद्य दिवस मनाया गया (Photo courtesy- Uttarakhand Raj Bhavan)

इन उत्पादों को तैयार करने में हिमालयी क्षेत्र की विशेष सामग्री जैसे सी-बकथॉर्न, गोजी बेरीज, केसर और विभिन्न प्रकार के मिलेट्स का प्रयोग किया गया है, जो स्वादिष्ट होने के साथ-साथ पोषक तत्वों से भरपूर हैं. यह बेकरी उत्पाद महान त्रिकोणमिति विशेषज्ञ श्री राधानाथ सिकदर की स्मृति को समर्पित है, जिन्होंने माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई को मापने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.

महान सर्वेयर राधानाथ सिकदर को समर्पित रहा विश्व खाद्य दिवस (Photo courtesy- Uttarakhand Raj Bhavan)

गढ़वाली, कुमाऊंनी और जौनसारी पेस्ट्री: इस अवसर पर राज्यपाल ने उत्तराखंड की खाद्य विशिष्टता को दर्शाते हुए गढ़वाली, कुमाऊंनी और जौनसारी पेस्ट्री का अनावरण भी किया. गढ़वाली पेस्ट्री वेनिला एसेंस आधारित पेस्ट्री है, जिसमें मुख्य रूप से राज्य के पुष्प, बुरांश का स्वाद है. वहीं कुमाऊंनी पेस्ट्री को अल्मोड़ा की प्रसिद्ध बाल मिठाई के साथ चॉकलेट के स्वाद का मेल कर बनाया गया है. जौनसारी पेस्ट्री में दूध और अखरोट का उपयोग किया गया है, जो इसे समृद्ध स्वाद प्रदान करते हैं. ये सभी उत्पाद राज्य के सभी बेकरी, कैफे और होटलों में उपलब्ध कराये जाने के प्रयास होंगे, ताकि उत्तराखंड आने वाले पर्यटक इस क्षेत्र के स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद ले सकें.

'सिकदर बेकरी उत्पादों' की श्रृंखला का अनावरण (Photo courtesy- Uttarakhand Raj Bhavan)

मिलेट्स वाले पहाड़ी बेकरी उत्पाद: इस अवसर पर राज्यपाल गुरमीत सिंह ने कहा कि देहरादून और उत्तराखंड अपने खाद्य उत्पादों के लिए प्रसिद्ध हैं. यहां के मिलेट्स पोषक तत्वों से भरपूर हैं, जिनके कारण पूरी दुनिया में उनकी अलग ही मांग है. उन्होंने कहा कि उत्पादों में वैल्यू एडिशन करने के लिए प्रयास किए जाने चाहिए. हमारे राज्य की विशिष्टताओं को दर्शाते हुए आज सिकदर बेकरी उत्पादों की श्रृंखला का शुभारंभ किया गया है. उन्होंने कहा कि यह सभी बेकरी, कैफे और होटलों में उपलब्ध रहें, ताकि उत्तराखंड आने वाले पर्यटक इनका स्वाद चख सकें.

सिकदर बेकरी उत्पादों की श्रृंखला में केक, पेस्ट्री और कुकीज (Photo courtesy- Uttarakhand Raj Bhavan)

महान त्रिकोणमिति विशेषज्ञ राधानाथ सिकदर को समर्पित खाद्य दिवस: कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि राधानाथ सिकदर जी सबसे बड़े विद्वान थे, जिन्होंने एवरेस्ट नापा. आज हम उन्हीं को समर्पित करके विश्व खाद्य दिवस मना रहे हैं. इस अवसर पर आज हमें यहां सिकदर बेकरी उत्पादों की श्रृंखला का अनावरण करते हुए भी अपार खुशी हो रही है. प्रसन्नता की बात है कि यह सभी उत्पाद हिमालयी क्षेत्र में पाए जाने वाले तत्वों जैसे सी बकथॉर्न, गोजी बेरीज, केसर और कई प्रकार के बाजरे से तैयार किए गए हैं. इन उत्पादों के बहुत सारे स्वास्थ्य लाभ हैं, क्योंकि बताई गई सभी सामग्री में बहुत सारे पोषक तत्व हैं.

मिलेट से बने हैं सिकदर बेकरी उत्पाद (Photo courtesy- Uttarakhand Raj Bhavan)

बगैर अंडे के बेकरी उत्पाद: सतपाल महाराज ने कहा कि आज हमें गढ़वाली पेस्ट्री और कुमाउंनी पेस्ट्री के शुभारंभ की घोषणा करते हुए भी खुशी हो रही है. कैबिनेट मंत्री ने कहा कि हम उत्तराखंड राज्य के सभी बेकरी, कैफे और होटलों में उपरोक्त उत्पादों को उपलब्ध कराने का प्रयास करेंगे, ताकि देवभूमि उत्तराखंड आने वाले पर्यटक राज्य के किसी भी हिस्से में इन व्यंजनों का स्वाद ले सकें. उन्होंने कहा कि हम यह भी कोशिश करेंगे कि देवभूमि के धार्मिक और पर्यटन स्थलों में इसे व्यापक रूप से बढ़ावा देने के लिए इन सभी वस्तुओं को बगैर अंडे के ही परोसा जाए.
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