उत्तर प्रदेश

uttar pradesh

ETV Bharat / state

भ्रष्टाचार के खिलाफ सपा नेत्री बेमियादी भूख हड़ताल पर, कहा- जब तक कार्रवाई नहीं होती ऐसे ही बैठी रहूंगी भले ही मौत हो जाए - SP leader hunger strike

कानपुर के बिल्हौर में राशन का कोटा बहाल करने की मांग को लेकर सपा नेत्री रचना सिंह ने तहसील प्रशासन के खिलाफ आंदोलन शुरू कर दिया है. उनके समर्थक भी उनके साथ डटे हैं. उन्होंने बड़े अफसरों पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं.

तहसील में भ्रष्टाचार के खिलाफ सपा नेत्री का आमरण अनशन.
तहसील में भ्रष्टाचार के खिलाफ सपा नेत्री का आमरण अनशन. (Photo Credit; ETV Bharat)

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Aug 22, 2024, 7:09 AM IST

सपा नेत्री राशन कोटे की बहाली के लिए आमरण-अनशन पर हैं. (Video Credit; ETV Bharat)

कानपुर :बिल्हौर तहसील में भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए सपा नेत्री रचना सिंह ने अफसरों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. बुधवार से वह बेमियादी भूख हड़ताल कर रही है. उनके साथ ग्रामीणों के अलावा कई समर्थक भी डटे हैं. वह धांधली करने वाले अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज करने की मांग कर रहीं हैं. इसके पूर्व भी उन्होंने इसी मसले पर धरना-प्रदर्शन किया था. बड़े अफसरों ने कार्रवाई का भरोसा दिया था, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई.

बिल्हौर तहसील में भ्रष्टाचार का आरोप लगा है. कुछ सप्ताह पूर्व इसी मुद्दे को लेकर सपा नेत्री रचना सिंह ने अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन किया था. इस पर संज्ञान लेकर जिलाधिकारी कानपुर ने भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई और कोटा बहाल करने का आश्वासन दिया था. इसके बाद धरना समाप्त कर दिया गया था. इसके बावजूद 8 दिन बीत जाने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई.

इसके बाद सपा नेत्री समर्थकों और ग्रामीणों के साथ बिल्हौर तहसील परिसर में बुधवार की सुबह से बेमियादी भूख हड़ताल पर बैठ गई. रात में भी उनका अनशन जारी रहा. बताया कि आंदोलन को एक महीना होने जा रहा है. फर्जी तरीके से अरौल गांव में राशन डीलर का कोटा निरस्त कर दिया है. एसडीएम, आरओ भी इसमें शामिल है. हमारी लड़ाई हर अन्याय के खिलाफ है. दलितों को उनका अधिकार दिलाने के लिए हैं.

अफसरों ने माना था कि कोटा गलत तरीके से निरस्त किया है. इसे बहाल किया जाएगा. इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई है. जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं हो जाती है, तब तक हम अनशन पर बैठे रहेंगे. डीएम सत्ता के दबाव में हैं. सभी सबूत दिए जाने के बावजूद कार्रवाई नहीं की जा रही है. हम हक के लिए आवाज बुलंद करते रहेंगे भले ही जान क्यों न चली जाए.

यह भी पढ़ें :यूपी में फिर 12 IAS अधिकारियों का ट्रांसफर, एक महिला अधिकारी को पद से हटाया, जानिए किसको कहां मिली तैनाती?

ABOUT THE AUTHOR

...view details