कैथल/पानीपत/भिवानी: यूपीएससी परीक्षा परिणाम में हरियाणा के युवाओं डंका बजा है. कैथल हुड्डा सेक्टर के शुभम सिंगल ने 420 प्राप्त कर यूपीएससी परीक्षा को उत्तीर्ण किया. शुभम का कहना है कि वो प्राइवेट कंपनी में जॉब कर रहे थे. उनका लक्ष्य देश की सेवा करना था. वो चाहते थे कि जो भी सरकार द्वारा जनकल्याण के लिए लाभकारी योजनाएं बनाई जाती हैं. उनको अच्छे से लागू किया जाए. यही उनका उद्देश्य है. शुभम ने बताया कि इस परीक्षा को पास करने के लिए वो दिन में लगभग 7 घंटे पढ़ते थे.
भिवानी की भावेश ख्यालिया को 46वीं रैंक: भिवानी के तोशाम के झांवरी गांव निवासी भावेश ने दूसरे प्रयास में यूपीएससी परीक्षा में 46 वीं रैंक हासिल की है. भावेश ख्यालिया ने बताया कि बैगर कोचिंग लिए उन्होंने हिसार में घर पर रहते हुए 15 से 16 घंटे नियमित रूप से पढ़ाई की और सफलता हासिल की है. भावेश ख्यालिया के ताऊ डॉक्टर युद्धवीर सिंह ख्यालिया 1983 में एचसीएस चयनित हुए थे और उसके बाद उनके चाचा राजेश ख्यालिया भी 1999 में एचसीएस चयनित हुए. लगभग 24 साल बाद एक बार फिर भावेश ख्यालिया ने यूपीएससी में 46वीं रैंक के साथ चयनित होकर अपने परिवार व गांव का परचम लहराया है.
भावेश ख्यालिया ने टाटा इंस्टीट्यूट आफ सोशल साईंस (हैदराबाद) से 2020 में ग्रेजुएशन किया और उन्होंने ताऊ डॉक्टर युद्धवीर सिंह ख्यालिया व चाचा राजेश ख्यालिया से प्रेरित होकर कोरोना काल के दौरान समय का पूरा फायदा उठाते हुए घर पर ही तैयारियों में जुट गए. इतना ही नहीं, भावेश ख्यालिया ने एससीएस भी 12वीं रैंक के साथ पास की थी. उनका सपना व जिद्द यूपीएससी की परीक्षा अच्छे रैंक से पास करना था. पहले प्रयास में उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा में 280वां रैंक हासिल किया था, लेकिन परिणाम से संतुष्ट नहीं हुए और दूसरे प्रयास में 46वीं रैंक के साथ यूपीएससी की परीक्षा पास कर ली.
भावेश ख्यालिया की मां सुशीला ख्यालिया शिक्षिका हैं. उनके पिता राजकुमार ख्यालिया गवर्नमेंट कॉलेज सिवानी से प्राचार्य के पद से सेवानिवृत्त हैं. सबसे बड़े ताऊ सतबीर ख्यालिया वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय से प्राचार्य सेवानिवृत्ति हैं. ताऊ कुलदीप ख्यालिया गांव में सामाजिक कार्यो में बढ़चढ़ कर भाग लेते हैं और गांव के सरपंच रह चुके हैं. इस उपलब्धि पर ग्रामीण एक-दूसरे को बधाइयां देने में लगे हुए हैं, वहीं परिजनों के पास बधाइयों का तांता लगा हुआ है.
पानीपत के जसवंत को 115वां रैंक: पानीपत शांति नगर निवासी जसवंत सिंह मलिक ने यूपीएससी परीक्षा परिणाम में 115वां रैंक लेकर सफलता हासिल की है. इससे पहले 12 अक्टूबर को जसवंत ने हरियाणा सिविल सर्विस की परीक्षा पास की थी और एचसीएस अधिकारी बन गए थे, लेकिन जसवंत का लक्ष्य कुछ और ही था. जसवंत पानीपत और जींद जिले के बॉर्डर के गांव सींक के रहने वाले हैं. जसवंत के पिता सुरजीत सिंह मलिक राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय गांव सिठाना में टीचर हैं. मां कृष्णा देवी एक गृहणी हैं. जसवंत सिंह ने तीसरे अटेम्प्ट में यूपीएससी की परीक्षा पास की है. उन्होंने दूसरी बार में ही हरियाणा सिविल सर्विसेज की परीक्षा पास कर ली थी.