पटना : काराकाट से लोकसभा चुनाव हारने के बाद राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) के प्रमुख उपेन्द्र कुशवाहा दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं. साथ ही राज्य की राजनीति पर निगाह बनाए हुए हैं. इसी बीच उन्होंने एनडीए गठबंधन में शामिल नेताओं को कहा है कि सजग रहने की जरूरत है, वरना विपक्ष तो ताक लगाए बैठा ही है.
NDA के सभी घटक दल आपस में ना उलझें :दरअसल, एक खबर के प्रकाशित होने पर उपेन्द्र कुशवाहा ने सोशल नेटवर्किंग साइट एक्स पर लिखा, एनडीए के सभी घटक दलों के नेताओं से करबद्ध निवेदन है कि ऐसी खबरों को पब्लिक डोमेन में जाने से रोकें-बचें. क्योंकि इस तरह की खबरें हमारे आपस में कटुता बना-बढ़ा सकती है. आरोप-प्रत्यारोप की स्थिति को जन्म दे सकती है.
''चुनाव परिणाम की समीक्षा अतिआवश्यक है. परन्तु यह हमारा (एनडीए का) आंतरिक मामला है. इसका मकसद हमारी कमियां ढूंढ कर मिलजुलकर उसको दूर करना है. ताकि आगामी विधानसभा चुनाव की फुलप्रूफ रणनीति बनायी जा सके. सार्वजनिक मंच पर चर्चा हमारे मूल मकसद को ध्वस्त कर सकती है.''- उपेन्द्र कुशवाहा, आरएलएम प्रमुख
'विरोधी आग में घी डालने के लिए तैयार है' : उपेन्द्र कुशवाहा ने आगे कहा कि विरोधी आग में घी डालने के लिए तो बैठा है ही. अतः हम सबको गंभीर होकर अर्जुन की तरह बिहार को फिर से 2005 के पहले वाली स्थिति में ले जाने से रोकने के लिए पुनः एनडीए सरकार की स्थापना के अपने लक्ष्य पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए.