उत्तरकाशी: जिले में सौर ऊर्जा उत्पादन के जरिए युवा स्वरोजगार का सपना देख रहे हैं, लेकिन युवाओं की इन उम्मीदों को यूपीसीएल झटका दे रहा है. मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना में अभी तक 198 ने आवेदन किया है, लेकिन इसमें से मात्र 52 आवेदनकर्ताओं के साथ ही सौर ऊर्जा से उत्पादित बिजली खरीद के लिए समझौता हो पाया है. बताया जा रहा है कि निगम के सब डिवीजनों की क्षमता कम है. इसके अलावा पुराने ट्रांसफार्मर और बिजली की लाइनों की क्षमता कम होने के चलते सभी आवेदन स्वीकार नहीं हो पा रहे हैं.
बता दें कि बीते साल सितंबर महीने में राज्य सरकार ने बेरोजगार युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री सौर स्वरोजगार योजना शुरू की थी. इस योजना में सौर ऊर्जा प्लांट लगाने के लिए सरकार 50 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जाती है. उत्तरकाशी जिले में सरकार की इस योजना को लेकर युवाओं ने उत्साह भी दिखाया.
यही वजह है कि चार महीने में ही 198 युवाओं ने सौर ऊर्जा प्लांट लगाने के लिए आवेदन किया, लेकिन यूपीसीएल (उत्तराखंड पॉवर कॉरपोरेशन लिमिटेड) में संसाधनों की कमी के चलते युवाओं की उम्मीदों को झटका लग रहा है. इन 198 आवेदकों में से ऊर्जा निगम पहले चरण में 35 और दूसरे चरण में 17 यानी 52 आवेदकों के साथ बिजली खरीद समझौता कर पाया है.
हालांकि बाकी अन्य को सशर्त तकनीकी व्यवहार्यता रिपोर्ट (टीएफआर) जरूर दे दी गई है. जबकि, जिले में अभी इस योजना में कई बेरोजगार युवा आवेदन करना चाहते हैं. ऐसे में युवाओं के स्वरोजगार की उम्मीद पूरी होते नहीं दिखाई दे रही है. चिन्यालीसौड़ के जोगत के प्रवेश जगूड़ी, बनकोट के संदीप रावत और रौंतल के मुकेश मिश्रा ने बताया कि उन्होंने योजना में प्लांट लगाया है, लेकिन निगम से अभी बिजली खरीद को लेकर समझौता नहीं हो पाया है.