लखनऊ: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (UP Roadways) अपने बस बेड़े से अब कंडम बसों को ठिकाने लगाएगा और नई बसों से बेड़े को बढ़ाएगा. इससे आने वाले दिनों में यात्रियों को राह चलते बसों के खराब होने से मुक्ति मिलेगी. नई बसों से अपनी यात्रा बिना किसी रूकावट के पूरी कर सकेंगे.
बैठक में लिया गया फैसलाः उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के अध्यक्ष एल. वेंकटेश्वर लू की अध्यक्षता में निदेशक मंडल की 249 वीं बैठक गुरुवार को निगम मुख्यालय पर संपन्न हुई. बैठक के एजेंडे में कुल 32 प्रस्ताव रखे गए, जिसमें 1000 करोड़ की लागत से कुल 3108 बसों की खरीद किए जाने की अनुमति बोर्ड ने दे दी. इनमें लखनऊ को एसी व साधारण मिलाकर कुल 10 बसें मिलेंगी.
चार्जिंग डिपो भी बनेगाःबोर्ड बैठक में डिपो कार्यशाला साहिबाबाद में इलेक्ट्रिक बसों के लिए चार्जिंग डिपो बनाने के संबंध में सैद्धांतिक सहमति प्राप्त हुई. निगम की बसों और अन्य गाड़ियों को दुर्घटना के बाद दुर्घटना स्थल से हटाने के लिए सभी क्षेत्रों के लिए 20 क्रेन खरीदने की मंजूरी मिली. बोर्ड बैठक में बसों के संचालन के संबंध में समीक्षा की गई और निर्देश दिए गए कि निगम के अधिकारी बस संचालन को बढ़ाने के लिए प्रतिदिन दो घंटे बैठक करेंगे.
महाकुंभ में संविदा पर अभियंता रखे जाएंगेः बैठक में महाकुंभ को ध्यान में रखकर भवन शाखा के सेवानिवृत सहायक अभियंता (भवन), अवर अभियंता (सिविल/विद्युत) और सहायक वर्क सुपरवाइजर के सेवानिवृत्त कार्मिकों को संविदा मानदेय पर 31 मार्च 2025 तक फिर से रखे जाने की सहमति मिली, जिससे महाकुंभ का सफल आयोजन किया जा सके. बैठक में सड़क दुर्घटनाओं में बीते वर्ष की तुलना में बढ़ोतरी को कम किए जाने के लिए चालकों की ट्रेनिंग व्यवस्था की जाएगी. स्वास्थ्य चेकअप पर विशेष ध्यान दिया जाएगा. सेवानिवृत्त नियमित चालक अगर संविदा पर तैनात होंगे तो 62 वर्ष की आयु तक काम करने के बाद सेवानिवृत कर दिया जाएगा.
क्रेन खरीदने का भी फैसलाः उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक मासूम अली सरवर ने बताया कि गुरुवार को हुई निदेशक मंडल की बैठक में महाकुंभ को ध्यान में रखते हुए नई बसों की खरीद के साथ ही क्रेनों की खरीद पर भी मुहर लगी है. 3000 से ज्यादा बसें बेड़े में जुड़ने से महाकुंभ तक पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को काफी आसानी होगी. इसके अलावा अगर बीच रास्ते में कोई बस किसी रोड पर खराब होती है तो समय पर अब क्रेन भी पहुंच सकेगी. क्रेनों को खरीदने की भी सहमति मिल गई है. इन क्रेनों को प्रदेश के सभी रीजन में विभाजित किया जाएगा.