ETV Bharat / technology

जनवरी में होने वाला GSLV मिशन श्रीहरिकोटा से 100वां प्रक्षेपण होगा: इसरो प्रमुख - ISRO GSLV MISSION

ISRO प्रमुख सोमनाथ ने कहा कि श्रीहरिकोटा से PSLV-C60 मिशन का 99वां प्रक्षेपण,

ISRO chief Somnath
ISRO प्रमुख सोमनाथ (फोटो - PTI)
author img

By ETV Bharat Tech Team

Published : Dec 31, 2024, 5:19 PM IST

श्रीहरिकोटा: इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने सोमवार को कहा कि जनवरी में होने वाला जीएसएलवी मिशन श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से 100वां प्रक्षेपण होगा. पीएसएलवी-सी60 मिशन द्वारा स्पेस डॉकिंग एक्सपेरीमेंट अंतरिक्षयान ए और बी को सफलतापूर्वक वृत्ताकार कक्षा में स्थापित करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए सोमनाथ ने कहा कि "2025 में हमारे पास कई मिशन होंगे, जिसकी शुरुआत जनवरी में जीएसएलवी द्वारा (नेविगेशन सैटेलाइट) एनवीएस-02 को लॉन्च करने से होगी."

उन्होंने कहा कि "आप सभी ने स्पेसएक्स (स्पेस डॉकिंग एक्सपेरीमेंट) रॉकेट के शानदार लिफ्ट-ऑफ और लॉन्च को देखा है और हमारे लिए यह सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से किसी भी यान का 99वां प्रक्षेपण है, इसलिए यह भी एक महत्वपूर्ण संख्या है. इसलिए हम अगले साल की शुरुआत में 100वां प्रक्षेपण करने जा रहे हैं."

सोमवार के पीएसएलवी-सी60 मिशन पर सोमनाथ ने आशा व्यक्त की कि आने वाले दिनों में वैज्ञानिक कई और अंतरिक्ष डॉकिंग प्रयोग करेंगे. उन्होंने कहा कि "यह (भारत के) अंतरिक्ष क्षेत्र सुधारों और अंतरिक्ष गतिविधियों के विस्तार के साथ एक महत्वपूर्ण मिशन है. आने वाले दिनों में डॉकिंग सिस्टम के जटिल मिशनों सहित कई और SpaDeX प्रकार के मिशन होंगे."

पीएसएलवी-सी60 रॉकेट के प्रक्षेपण का समय पूर्व नियोजित समय 9.58 बजे से बदलकर 30 दिसंबर को रात 10 बजे करने का उल्लेख करते हुए सोमनाथ ने कहा कि वैज्ञानिक यह जांचने के लिए संयोजन अध्ययन करते हैं कि क्या एक कक्षा में जाने वाला उपग्रह उसी कक्षा में यात्रा करते समय किसी अन्य उपग्रह के बहुत करीब आता है.

उन्होंने कहा कि "यदि आपको लगता है कि उपग्रहों के बीच कोई निकटता है, तो हमें वर्तमान उपग्रह को थोड़ा सा स्थानांतरित करना होगा. या तो हम इसे (प्रक्षेपण को) विलंबित कर दें या इसे पहले कर दें, ताकि निकटता की यह स्थिति उत्पन्न न हो." उन्होंने कहा कि वैज्ञानिकों ने प्रक्षेपण के लिए समय निर्धारित करने तथा सर्वोत्तम समय तय करने में समय लिया, जिससे कक्षा में अन्य उपग्रह से अधिकतम दूरी तय की जा सके.

ISRO ने मई 2023 में GSLV-F12/NVS-01 रॉकेट पर सफलतापूर्वक एक नेविगेशन उपग्रह स्थापित किया. इस GSLV रॉकेट ने लगभग 2,232 किलोग्राम वजन वाले NVS-01 नेविगेशन उपग्रह को जियोसिंक्रोनस ट्रांसफर ऑर्बिट (GTO) में सफलतापूर्वक स्थापित किया. NVS-01 नेविगेशन विद इंडियन कांस्टेलेशन (NavIC) सेवाओं के लिए परिकल्पित दूसरी पीढ़ी के उपग्रहों में से पहला था.

अमित शाह ने SpaDeX मिशन की सफलता की सराहना की
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को स्पेस डॉकिंग एक्सपेरीमेंट (SpaDeX) मिशन के सफल प्रक्षेपण के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की सराहना की. गृह मंत्री ने कहा कि यह एक बड़ी सफलता है और इसने देश की अंतरिक्ष डॉकिंग तकनीक के लिए एक नया रास्ता खोला है.

उन्होंने एक्स पर लिखा कि "भारत अंतरिक्ष डॉकिंग में महारत हासिल करने वाला चौथा देश बनने की ओर अग्रसर है. #SpaDeX मिशन के सफल प्रक्षेपण के लिए Team@ISRO को बधाई. यह एक बड़ी सफलता है, जो अंतरिक्ष डॉकिंग तकनीक में भारत के लिए एक नया रास्ता खोलती है और अंतरिक्ष में वैश्विक लीडर के रूप में इसकी भूमिका को मजबूत करती है. आगे की यात्रा के लिए हमारी प्रतिभाओं को मेरी शुभकामनाएं."

श्रीहरिकोटा: इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने सोमवार को कहा कि जनवरी में होने वाला जीएसएलवी मिशन श्रीहरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से 100वां प्रक्षेपण होगा. पीएसएलवी-सी60 मिशन द्वारा स्पेस डॉकिंग एक्सपेरीमेंट अंतरिक्षयान ए और बी को सफलतापूर्वक वृत्ताकार कक्षा में स्थापित करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए सोमनाथ ने कहा कि "2025 में हमारे पास कई मिशन होंगे, जिसकी शुरुआत जनवरी में जीएसएलवी द्वारा (नेविगेशन सैटेलाइट) एनवीएस-02 को लॉन्च करने से होगी."

उन्होंने कहा कि "आप सभी ने स्पेसएक्स (स्पेस डॉकिंग एक्सपेरीमेंट) रॉकेट के शानदार लिफ्ट-ऑफ और लॉन्च को देखा है और हमारे लिए यह सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से किसी भी यान का 99वां प्रक्षेपण है, इसलिए यह भी एक महत्वपूर्ण संख्या है. इसलिए हम अगले साल की शुरुआत में 100वां प्रक्षेपण करने जा रहे हैं."

सोमवार के पीएसएलवी-सी60 मिशन पर सोमनाथ ने आशा व्यक्त की कि आने वाले दिनों में वैज्ञानिक कई और अंतरिक्ष डॉकिंग प्रयोग करेंगे. उन्होंने कहा कि "यह (भारत के) अंतरिक्ष क्षेत्र सुधारों और अंतरिक्ष गतिविधियों के विस्तार के साथ एक महत्वपूर्ण मिशन है. आने वाले दिनों में डॉकिंग सिस्टम के जटिल मिशनों सहित कई और SpaDeX प्रकार के मिशन होंगे."

पीएसएलवी-सी60 रॉकेट के प्रक्षेपण का समय पूर्व नियोजित समय 9.58 बजे से बदलकर 30 दिसंबर को रात 10 बजे करने का उल्लेख करते हुए सोमनाथ ने कहा कि वैज्ञानिक यह जांचने के लिए संयोजन अध्ययन करते हैं कि क्या एक कक्षा में जाने वाला उपग्रह उसी कक्षा में यात्रा करते समय किसी अन्य उपग्रह के बहुत करीब आता है.

उन्होंने कहा कि "यदि आपको लगता है कि उपग्रहों के बीच कोई निकटता है, तो हमें वर्तमान उपग्रह को थोड़ा सा स्थानांतरित करना होगा. या तो हम इसे (प्रक्षेपण को) विलंबित कर दें या इसे पहले कर दें, ताकि निकटता की यह स्थिति उत्पन्न न हो." उन्होंने कहा कि वैज्ञानिकों ने प्रक्षेपण के लिए समय निर्धारित करने तथा सर्वोत्तम समय तय करने में समय लिया, जिससे कक्षा में अन्य उपग्रह से अधिकतम दूरी तय की जा सके.

ISRO ने मई 2023 में GSLV-F12/NVS-01 रॉकेट पर सफलतापूर्वक एक नेविगेशन उपग्रह स्थापित किया. इस GSLV रॉकेट ने लगभग 2,232 किलोग्राम वजन वाले NVS-01 नेविगेशन उपग्रह को जियोसिंक्रोनस ट्रांसफर ऑर्बिट (GTO) में सफलतापूर्वक स्थापित किया. NVS-01 नेविगेशन विद इंडियन कांस्टेलेशन (NavIC) सेवाओं के लिए परिकल्पित दूसरी पीढ़ी के उपग्रहों में से पहला था.

अमित शाह ने SpaDeX मिशन की सफलता की सराहना की
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को स्पेस डॉकिंग एक्सपेरीमेंट (SpaDeX) मिशन के सफल प्रक्षेपण के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की सराहना की. गृह मंत्री ने कहा कि यह एक बड़ी सफलता है और इसने देश की अंतरिक्ष डॉकिंग तकनीक के लिए एक नया रास्ता खोला है.

उन्होंने एक्स पर लिखा कि "भारत अंतरिक्ष डॉकिंग में महारत हासिल करने वाला चौथा देश बनने की ओर अग्रसर है. #SpaDeX मिशन के सफल प्रक्षेपण के लिए Team@ISRO को बधाई. यह एक बड़ी सफलता है, जो अंतरिक्ष डॉकिंग तकनीक में भारत के लिए एक नया रास्ता खोलती है और अंतरिक्ष में वैश्विक लीडर के रूप में इसकी भूमिका को मजबूत करती है. आगे की यात्रा के लिए हमारी प्रतिभाओं को मेरी शुभकामनाएं."

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.