सोनभद्र: जिले में खनिज विकास निधि (मिनरल डेवलपमेंट फंड) से होने वाले निर्माण कार्यों में जमकर भ्रष्टाचार हो रहा है. खनिज विकास निधि (MDF) का प्रावधान इसलिए किया गया था कि खनिज क्षेत्र में व्यवसायियों द्वारा मिलने वाले रेवेन्यू से जिला प्रशासन सोनभद्र का विकास तेजी से कराएगा. लेकिन, यह ठेकेदारों और अधिकारियों के लिए लूट का साधन बन गया है.
ऐसा ही मामला सोनभद्र के डाला खनन क्षेत्र में करोड़ों की लागत से बनी सड़कों में देखने को मिल रहा है. सड़कों का निर्माण मानक के अनुसार नहीं हुआ. न तो सड़क के किनारे नाली बनी और ना ही प्रकाश व्यवस्था ही हुई. लागत के बोर्ड भी नहीं लगाए गए. इस संबंध में डीएम का कहना है कि अगर मानक के अनुसार कार्य नहीं हुआ है तो इंजीनियरो की टीम बनाकर इस संबंध में जांच कराई जाएगी.
सोनभद्र के डाला खनन क्षेत्र में लंगड़ा मोड़ से खदान क्षेत्र के लिए करोड़ों की लागत से आरसीसी सड़क का निर्माण एक वर्ष पहले कराया गया था. लेकिन, निर्माण के एक वर्ष बीतने के बाद भी सड़क के किनारे नाली का निर्माण नहीं हुआ. उसे अधूरा छोड़ दिया गया. सड़क किनारे प्रकाश व्यवस्था का इन्तजाम नहीं किया गया. सड़कों के बीच पानी जमा हो रहा है. रोड पर गेट का निर्माण भी नहीं हुआ.
इसके बाद भी सड़क पर पूरा भुगतान ठेकेदार को कर दिया गया. मानक के अनुसार कार्य नहीं होने से स्थानीय लोग भी परेशान हैं. कई बार जिला प्रशासन से शिकायत के बावजूद कार्रवाई नहीं हुई. इस सड़क का निर्माण जिला पंचायत द्वारा किया गया है और धनराशि का भुगतान भी ठेकेदार को कर दिया गया.
डीएम बद्रीनाथ सिंह का कहना है कि अगर डाला क्षेत्र में मानक के अनुसार काम नहीं हुआ है तो एक कमेटी बनाकर इसकी जांच कराई जाएगी. आगे से इस निधि से कोई भी कार्य कराया जाएगा तो सम्बंधित एजेंसी द्वारा पहले कार्य विभाग को हैंडओवर किया जाएगा. कार्य की लागत का बोर्ड भी लगाया जाएगा. इसके बाद ही भुगतान किया जाएगा. डीएम ने कहा कि डाला क्षेत्र में बनी सड़कों की जांच इंजीनियरों की टीम द्वारा कराया जा रहा है.
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