गोरखपुर: अपनी जान का खतरा बताकर गोरखपुर से लेकर लखनऊ, दिल्ली तक कोहराम मचाने वाले कम्पियरगंज के बीजेपी विधायक फतेह बहादुर सिंह का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ था कि भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने पुलिस पर उत्पीड़न का आरोप लगाया है. भाजपा प्रदेश कार्य समिति के सदस्य और तीन बार से लगातार जिला पंचायत सदस्य दीपक जायसवाल उर्फ दीपू ने चौरी चौरा पुलिस पर उत्पीड़न लगाते हुए वीडियो जारी किया है. जिसमें बताया है कि उनके कार्यालय में चौरी चौरा थानेदार और सिपाही उन्हें धमकी दी थी और जबरन उन्हें गिरफ्तार करना चाहते हैं.
दीपू जायसवाल का कहना है कि जिस मामले में चौरी चौरा पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने की धमकी दे रहे है, वह मामला काफी पुराना है. 2007 में चौरी चौरा में समाजवादी पार्टी की सरकार में तत्कालीन सांसद योगी आदित्यनाथ के साथ वह सभी लोग धरना और प्रदर्शन में शामिल थे. इस दौरान गोरखपुर के आईजी के रूप में जगमोहन यादव तैनात थे, जिन्होंने पुलिस की लाठियां चलवाईं. जो भी धरने प्रदर्शन में शामिल थे, उनके ऊपर गुंडा एक्ट और हिस्ट्रीशीटर जैसे मामले दर्ज कर दिए. वही मामले आज भी चल रहे हैं, जो पूरी तरह से राजनीतिक हैं.
दीपू जायसवाल ने कहा है कि वह न तो किसी हत्या में शामिल हैं और न ही किसी भी प्रकार के ऐसे संगीन अपराध में जिसके लिए पुलिस उन्हें गिरफ्तार करें. वह भी उनके कार्यालय में घुसकर तब जबकि वह भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश के नेता हैं। क्षेत्र से तीन बार लगातार जिला पंचायत सदस्य निर्वाचित हो रहे हैं। प्रदेश में बीजेपी की सरकार है।
दीपू जयसवाल ने कहा कि इसी धरना-प्रदर्शन में तत्कालीन सांसद योगी आदित्यनाथ के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज हुआ था. उनके खिलाफ कई अन्य भी मामले दर्ज हुए थे, जो अब खत्म हो चुके हैं. लेकिन उनके जैसे तमाम ऐसे कार्यकर्ता हैं, जो ऐसे धरना प्रदर्शन में शामिल होकर भाजपा और सांसद के आंदोलन को गति दिए थे, उन पर केस चल ही रहा है. आज हाल यह है कि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में ही प्रदेश में सरकार है, और ऐसे मामलों में उनके जैसे कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न पुलिस घर में घुसकर कर रही है.