अलीगढ़ : वित्तीय वर्ष 2024-25 का मूल बजट पारित करने के लिए बुलाई गई अलीगढ़ नगर निगम की बैठक में पार्षदों ने खूब हंगामा किया. हंगामे के बीच ही लगभग 900 करोड़ का बजट पेश करने पर पार्षद भड़क गए. पार्षदों को शांत करने के लिए राष्ट्रगान का सहारा लिया गया. इसके बाद सभी दलों के पार्षदों ने मिलकर विरोध प्रदर्शन किया.
दरअसल सदन की कार्यवाही शुरू होते ही बजट पर चर्चा होने के पहले कई अन्य मुद्दों पर बहस छिड़ गई. पोखर की मिट्टी से संबंधित मामला अचानक गर्मा गया. इस विषय पार्षदों के बीच तीखी बहस शुरू होने लगी. पार्षद जांच और कार्रवाई की मांग पर अड़ गए. साथ ही पार्षदों ने योजनाओं के क्रियान्वयन में पारदर्शिता के अभाव और कई परियोजनाओं में अनियमितताओं के आरोप लगाने शुरू कर दिए. नगर आयुक्त ने मामलों की जांच कराने का आश्वासन दिया, लेकिन पार्षद कार्रवाई की मांग पर अड़ रहे. इसी दौरान सदन ने लगभग 900 करोड़ का बजट पेश करने की घोषणा कर दी. इससे माहौल एकदम गरमा गया. पार्षदों को शांत करने के लिए राष्ट्रगान बजा दिया गया. क्षण भर के लिए पार्षद शांत रहे, लेकिन बाद में हंगामा सदन के साथ सड़क होने लगा. विरोध प्रदर्शन में भाजपा, सपा समेत विभिन्न दलों के पार्षद शामिल हो गए.
पार्षदों ने आरोप लगाया कि बजट जबरन पास किया गया और उनकी सहमति के बिना निर्णय लिया गया. पार्षदों का कहना था कि महापौर और नगर आयुक्त पार्षदों की समस्याओं को गंभीरता से नहीं लेते. पार्षद मोहम्मद नईम ने कहा कि पार्षद अपनी छोटी-छोटी समस्याओं के समाधान के लिए नियमित रूप से महापौर और नगर आयुक्त से मिलते हैं. इसके बावजूद उनकी शिकायतों पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता है.
नगर आयुक्त विनोद कुमार ने बताया कि सदन की कार्यवाही विधिवत रूप से पूरी हो चुकी है और बजट भी पास हो चुका है. उन्होंने दावा किया कि पार्षदों के विरोध के बावजूद सदन में कामकाज सुचारू रूप से चला. बहरहाल पार्षदों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया तो वे बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन करेंगे.