लखनऊःमाध्यमिक शिक्षा परिषद ने अपने हाईस्कूल व इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा का परिणाम शनिवार को जारी कर दिया. यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट की परीक्षा की बात करें तो इस बार फर्स्ट डिवीजन के साथ 75% से अधिक नंबर लाने वाले छात्रों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. यह बीते सालों की तुलना में काफी अधिक है. बोर्ड की ओर से जारी आंकड़ों पर अगर गौर करें तो इस बार 75% नंबर के साथ फर्स्ट डिवीजन कैटेगरी में पास होने वाले छात्रों की संख्या में करीब 2.5% की बढ़ोतरी हुई है जबकि 60% व उससे अधिक नंबरों के साथ फर्स्ट डिवीजन की कैटेगरी में पास होने वाले छात्रों की संख्या 2.83% है. वर्ष 2023 की तुलना में इसे एक बेहतरीन प्रदर्शन के तौर पर देखा जा रहा है.
माध्यमिक शिक्षा परिषद की इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए कुल 25,78,007 परीक्षार्थियों ने परीक्षा में शामिल होने के लिए पंजीकरण कराया था. इसमें 24,25,426 संस्थागत और 1,52,581 व्यक्तिगत परीक्षार्थी शामिल थे. इनमें से 23,16,910 संस्थागत और 1,35,920 व्यक्तिगत परीक्षार्थियों सहित 24,52,830 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दिया था. इन परीक्षार्थियों में 13,41,356 लड़के और 11,11,474 लड़कियां शामिल थीं. कुल 20,26,067 परीक्षार्थियों ने परीक्षा उत्तीर्ण की, जिसमें 19,08,647 संस्थागत और 1,17,420 व्यक्तिगत परीक्षार्थी थे.
संस्थागत परीक्षार्थियों के लिए उत्तीर्ण प्रतिशत 82.38% और व्यक्तिगत परीक्षार्थियों के लिए 86.39% रहा है. जबकि संस्थागत परीक्षार्थियों का उत्तीर्ण प्रतिशत व्यक्तिगत परीक्षार्थियों की तुलना में 4.01% कम था. 2023 की तुलना में इंटरमीडिएट परीक्षा में 1,90,173 परीक्षार्थी कम हुए थे. बोर्ड के जारी हुए डाटा के अनुसार प्रथम श्रेणी में डिस्टिंक्शन के साथ परीक्षा पास करने वाले परीक्षार्थियों की संख्या में 2.54% की उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण होने वाले परीक्षार्थियों में 2.83% की वृद्धि हुई. लड़कों की उत्तीर्ण दर में 8.44% की वृद्धि हुई, और लड़कियों की उत्तीर्ण दर में 5.42% की वृद्धि देखी गई. कुल मिलाकर, कुल उत्तीर्ण प्रतिशत में 7.08% की प्रभावशाली वृद्धि हुई है.