अयोध्या : कई मांगों को लेकर संतों और स्थानीय नागरिकों ने बैठक की. प्रशासन को 24 घंटे में 10 प्रमुख मांगों के स्थायी समाधान करने का अल्टीमेटम दिया. मांगें नहीं माने जाने पर जन आंदोलन की चेतावनी दी. संतों ने बैठक के दौरान डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से भी बात की और समस्याओं के बारे में जानकारी दी.
अयोध्या के स्वर्ग द्वार क्षेत्र स्थित श्री सीताराम निवास मंदिर में महानगर संघ चालक विक्रम पांडेय की अध्यक्षता में बड़ी बैठक बुलाई गई. जिसमें साधु संत, स्थानीय व्यापारी, वकील, शिक्षक, क्षेत्रीय पार्षद, भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी व कार्यकर्ता भी शामिल हुए.
मंडलायुक्त और जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा: राम पथ पर पांच जगहों पर क्रॉस खोलने, मेडिकल सुविधा, बैरियर पर आधार कार्ड के माध्यम से प्रवेश देने, छात्र-छात्राओं को बोर्ड पेपर में केंद्र तक पहुंचने के लिए उनके प्रवेश पत्र के माध्यम से समुचित व्यवस्था बनाए जाने समेत अन्य विषयों पर मंडलायुक्त और जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा.
भीड़ बढ़ने से हो रही दिक्कत: स्थानीय निवासी विशाल मिश्रा ने कहा कि अयोध्या में भीड़ का दबाव है, इससे स्थानीय लोगों को दैनिक कार्यों में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. जिसको लेकर लोग परेशान हैं. बैठक में कुछ वैकल्पिक व्यवस्थाओं पर मंथन हुआ है.
डिप्टी सीएम ने दिया आश्वासन: प्रशासन को अवगत कराते हुए अगले में 24 घंटे में तत्कालिक राहत और दीर्घकालीन राहत देने की मांग रखी गई है. उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने समस्या के निदान के लिए हर संभव प्रयास करने का आश्वासन दिया है.
संघ के नगर प्रमुख महंत जयराम दास ने कहा कि अयोध्या प्रशासन ही शासन की व्यवस्था को खराब कर रहा है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अयोध्या आने वाले अतिथियों के स्वागत करने की बात कर रहे हैं, लेकिन प्रशासन अतिथियों को आने तक नहीं दे रहा है.