आगराः आगरा में आंगनवाड़ी केंद्रों पर आने वाले गर्भवती महिलाओं व कुपोषित बच्चों को मुफ्त बंटने वाले पुष्टाहार की कालाबाजारी होती थी. बीते दिनों जब इसका पर्दाफाश हुआ तो CM योगी तक मामला पहुंचा. सीएम की सख्ती पर बुधवार देर रात आगरा डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने पुष्टाहार की कालाबाजारी मामले में सुपरवाइजर अनीता समेत 13 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को निलंबित कर दिया. इससे पहले मंगलवार को चार आंगनवाड़ी वर्कर निलंबित की गईं थीं. इसके साथ ही आगरा पुलिस ने इस मामले में फरार आरोपी गोदाम मालिक प्रवीन अग्रवाल को गिरफ्तार समेत दो आंगनवाड़ी वर्कर को भी गिरफ्तार लिया. बता दें कि जिले में 4 हजार से अधिक आंगनवाड़ी केंद्र हैं. जहां पर 3.50 लाख से अधिक लाभार्थी हैं.
पुष्टाहार की रिकवरी होगीःआगरा डीएम अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने पुष्टाहार की कालाबाजारी मामले में जिन्हें निलंबित किया गया है. उनसे पुष्टाहार की रिकवरी भी की जाएगी. इसके साथ ही इन आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. सूत्रों की मानें तो पुष्टाहार की कालाबाजारी में फंसी सभी 17 आंगनवाड़ी वर्कर की सेवा भी समाप्त की जाएगी. इस बारे में अधिकारी छानबीन कर रहे हैं. इसके साथ ही जिलाधिकारी ने शासन को भेजी रिपोर्ट में जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ) आदीश मिश्रा और बाल विकास परियोजना अधिकारी (सीडीपीओ) विमल चौबे के खिलाफ भी कारवाई की संस्तुति की है.
सीएम योगी ने दिए थे सख्त निर्देश:बता दें कि सरकार की ओर से आंगनवाड़ी केंद्रों से पुष्टाहार का वितरण किया जाता है. ये पुष्टाहार पंजीकृत गर्भवती महिलाओं और छह साल से कम उम्र के बच्चों को कुपोषण से बचाने को मुफ्त बांटा जाता है. जिसमें चना दाल, सोयाबीन रिफाइंड तेल, दलिया समेत अन्य शामिल है. जिले में लंबे समय से पुष्टाहार का वितरण नहीं किए जाने के साथ ही पुष्टाहार की कालाबाजारी की शिकायत मिल रही थीं. इस पर कार्रवाई की गई तो पुष्टाहार के किराना की दुकानों पर बेचे जाने का खुलासा हुआ. नाई की मंडी थाना में पुष्टाहार की खरीद में गोदाम संचालक प्रवीन अग्रवाल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया. मामला सीएम योगी के संज्ञान में आया तो सीएम योगी ने मंगलवार शाम की वीडियो कांफ्रेंसिंग में आगरा आगरा के जिलाधिकारी, मंडलायुक्त व पुलिस कमिश्नर को इस मामले में सख्त करवाई के निर्देश दिए.
डीपीओ और सीडीपीओ पर निलंबन की तलवार: जिले में जिस तरह से पुष्टाहार की कालाबाजारी की जा रही थी. मगर जिम्मेदारी अधिकारी डीपीओ और सीडीपीओ को इसकी भनक तक नहीं थी. इसलिए तो आगरा डीएम ने इस मामले में डीपीओ और सीडीपीओ के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति की है. जिससे दोनों पर शासन से निलंबन की तलवार लटकी हुई है. इस मामले की गहराई से जांच के लिए उच्च स्तरीय कमेटी भी शासन से बनाए जाने की संभावना है.
आरोपी गोदाम संचालक समेत दो आंगनबाड़ी वर्कर गिरफ्तारः डीसीपी सिटी सूरज कुमार राय ने बताया कि आरोपी प्रवीन अग्रवाल की गिरफ्तारी को टीमें लगाईं थी. पुलिस ने उसके कई ठिकानों पर दबिश दी. उसके रिश्तेदार और परिचितों से जानकारी जुटाई कर दबिश दी. बुधवार देर शाम आरोपी प्रवीन अग्रवाल गिरफ्तार कर लिया गया. इसके साथ ही आरोपी को पुष्टाहार बेचाने वाली दो आंगनवाड़ी वर्कर भी गिरफ्तार की हैं. जिनमें सदर भटठी, मंटोला की भारती देवी और नाई की मंडी स्थित हलका मदन की इंदु शर्मा शामिल हैं. दोनों ही पुष्पाहार आरोपी को बेचती थीं. जिसे मोटे दाम पर प्रवीन अग्रवाल बेचकर मुनाफा कमाता था.
पूछताछ कर रही पुलिसःदोनों आंगनवाड़ी वर्कर से पूछताछ की जा रही है. पुलिस की पूछताछ में आरोपी प्रवीन अग्रवाल ने बताया कि आटा चक्की की आड़ में ही पुष्टाहार की कालाबाजारी में करता था. आंगनबाड़ी संचालिका खाद्यान्न लेने बिजलीघर पर आती हैं तो कालाबाजारी में लगे लोग खरीदरी वहीं पर कर लेते हैं. जो बाजार से बेहद कम कीमत पर मिलता है.
रिफाइंड के कार्टन पर 700 रुपए की कमाई: पुलिस की पूछताछ में प्रवीन ने बताया कि, पुष्टाहार की कालाबाजारी में मोटी कमाई होती है. रिफाइंड के एक कार्टन पर 500 से 700 रुपये की कमाई होती थी.