नई दिल्ली: केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के राज्य मंत्री तोखन साहू ने मंगलवार को निर्माण भवन में राष्ट्रीय शहरी मामलों के संस्थान NIUA के साथ एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की. बैठक में छत्तीसगढ़ में चल रही और आगामी शहरी विकास परियोजनाओं की प्रगति और भविष्य की योजनाओं पर चर्चा की. बैठक में आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के तहत कई प्रमुख परियोजनाओं की विस्तृत समीक्षा की गई.
छत्तीसगढ़ की विकास परियोजनाओं पर चर्चा: बैठक में रायपुर और बेमेतरा में जल प्रबंधन के लिए अमृत 2.0 परियोजना पर विस्तार से बातचीत हुई. परियोजना का उद्देश्य रायपुर और बेमेतरा में पानी के स्रोत को बढ़ाने पर चर्चा की गई. बैठक में CITIIS 2.0 परियोजना - एकीकृत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन और जलवायु कार्रवाई पर भी चर्चा की गई जो बिलासपुर में शहर स्तर पर एकीकृत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन का प्रस्ताव है. प्रस्ताव वर्तमान में शहर को सौंपे गए विशेषज्ञों द्वारा आगे संशोधन के लिए मंत्रालय के पास समीक्षा के लिए भेजा गया है.
बस्तर को बनाया जाएगा प्लास्टिक मुक्त: बैठक में CITIIS 2.0 के कामों के लिए छत्तीसगढ़ राज्य को 9.4 करोड़ आवंटित किए गए हैं. इन निधियों का उपयोग राज्य जलवायु केंद्रों को मजबूत करने, नगरपालिका जलवायु को बढ़ाने के लिए किया जाएगा. इस बैठक के दौरान स्वच्छ भारत मिशन- बस्तर में सूखा और प्लास्टिक कचरा मुक्त शहरी और ग्रामीण परिदृश्य पर भी चर्चा की गई. बैठक में बस्तर में सूखा और प्लास्टिक कचरा मुक्त शहरी और ग्रामीण क्षेत्र बनाने के अभियान पर विशेष ध्यान दिया गया. इस पहल का उद्देश्य प्लास्टिक कचरे को काफी कम करना और पूरे क्षेत्र में स्वच्छता को बढ़ाना है.