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अर्जुन मेघवाल की मीराबाई पर टिप्पणी पर सियासी घमासान, कांग्रेस का आरोप- जानबूझकर दिया ऐसा बयान - CONGRESS ON MIRA BAI STATEMENT

कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने एक कार्यक्रम में की थी मीरा बाई पर टिप्पणी, कांग्रेस नेताओं ने जताई आपत्ति, कहा- माफी मांगे अर्जुनराम मेघवाल.

Congress on mira bai statement
अर्जुन मेघवाल के बयान पर सियासी घमासान (ETV Bharat Jaipur)

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Dec 26, 2024, 7:16 PM IST

जयपुर : बाबा साहेब डॉ. आंबेडकर को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बयान का मामला अभी शांत नहीं हुआ है. इस बीच भक्त शिरोमणि मीराबाई को लेकर केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल की एक टिप्पणी पर विवाद शुरू हो गया है. कांग्रेस का आरोप है कि अमित शाह के मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए जानबूझकर यह बयान दिया गया है. अब कांग्रेस अमित शाह और अर्जुनराम मेघवाल से माफी मांगने की मांग पर अड़ गई है.

दरअसल, अर्जुनराम मेघवाल ने बुधवार को एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मीराबाई को लेकर टिप्पणी की थी, इस पर कांग्रेस विरोध में उतर आई है. कांग्रेस के प्रवक्ता यशवर्धन सिंह का कहना है कि देश के कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने भक्त शिरोमणि मीराबाई पर जो बयान दिया है, वह कोई गलती से नहीं, बल्कि जानबूझकर एक महत्वपूर्ण मुद्दे से समाज का ध्यान भटकाने के लिए किया गया काम है.

कांग्रेस ने की माफी की मांग (ETV Bharat Jaipur)

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यशवर्धन सिंह ने कहा कि आज पूरा देश गृहमंत्री अमित शाह के बाबा साहब भीमराव आंबेडकर पर दिए गए बयान से उद्वेलित है. गृहमंत्री अपने बयान पर चौतरफा घिर गए हैं, लेकिन उनका अहंकार उन्हें माफी नहीं मांगने दे रहा. अब इस मुद्दे से समाज को भटकाने के लिए कानून मंत्री ने जानबूझकर समाज में कंट्रोवर्सी पैदा करने के लिए मीराबाई पर बयान दिया है. हमारी मांग है कि गृहमंत्री और कानून मंत्री एक साथ पूरे देश से माफी मांगें.

दोनों समाज के आदर्श :उन्होंने कहा कि चाहे भक्त शिरोमणि मीराबाई हों या बाबा साहब भीमराव आंबेडकर, अगर सही नजरिए से देखा जाए तो ये दोनों ही समाज के ऐसे आदर्श हैं, जिन्होंने छुआछूत उन्मूलन, सामाजिक समरसता और मानव कल्याण के लिए समाज का मार्गदर्शन किया है. भक्त शिरोमणि मीराबाई ने अध्यात्म जगत में अपना मार्गदर्शक संत रविदास को माना, जो दलित समाज से आते थे. बाबा साहब भीमराव आंबेडकर ने अपने अध्यात्म जगत का आदर्श महात्मा गौतम बुद्ध को माना, जो क्षत्रिय समाज से आते थे. मीरा भक्ति और प्रेम का समुद्र हैं, तो बाबा साहब भीमराव आंबेडकर मानव उत्थान, समता और बंधुत्व के हैं .

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भाजपा महापुरुषों को नीचा दिखा रही है :कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि ये दोनों ही आदर्श जाति-समाज के बंधन से परे समूचे भारतीय समाज के मार्गदर्शक हैं. आज समाज को तय करने की जरूरत है कि सत्ता के अहंकार में बौखलाई भाजपा चुन-चुनकर हमारे महापुरुषों को नीचा दिखाने में कोई कसर बाकी नहीं रख रही है, इसलिए जो लोग मीरा बाई और बाबा साहब भीमराव आंबेडकर में आस्था रखते हैं, उन्हें इस मुद्दे पर एक साथ लामबंद होकर भाजपा नेताओं को माफी मांगने पर मजबूर करना चाहिए.

इतिहास से पहले खुद को ठीक करें मंत्री :पूर्व मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने भक्त शिरोमणि मीराबाई के लिए बहुत ही गलत शब्दों का प्रयोग किया और इतिहास को तोड़-मरोड़कर पेश किया. उन्होंने घमंड में यह बहुत बड़ा पाप किया है. इसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने जो भाषा बोली है, वह हमारी संस्कृति, त्याग और भक्ति का अपमान है. उन्हें यह समझना पड़ेगा कि उन्होंने किसके लिए गलत बात बोली है. उन्होंने इतिहास को ठीक करने की बात कही है, लेकिन पहले उन्हें अपने आप को ठीक करना चाहिए.

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