दरभंगा: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दरभंगा एम्स के लिए शोभन बाइपास वाली भूमि को एम्स निर्माण के लिए उपयुक्त माना है. मंत्रालय की ओर से बिहार के स्वाथ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत को पत्र लिखा है. पत्र में कहा गया है कि विगत वर्ष 18 और 19 मार्च को केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग की टेक्निकल टीम ने शुभम बाईपास वाली भूमि का एम्स निर्माण के लिए निरीक्षण किया था.
बाइपास वाली भूमि उपयुक्त: टेक्निकल टीम ने निरीक्षण के बाद शोभन बाइपास वाली भूमि को एम्स निर्माण के लिए उपयुक्त बताया है. मंत्रालय ने स्वास्थ्य विभाग के अपर सचिव को पत्र भेज कर राज्य सरकार से 150 एकड़ से अधिक भूमि को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को हस्तांतरण करने का आग्रह किया है.
सड़क बिजली पानी की कनेक्टिविटी की मांग: बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत को भेजे पत्र के माध्यम से केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि इसके साथ ही राज्य सरकार अपने संसाधनों से उक्त स्थल पर बिजली किस कनेक्टिविटी कराए. बिजली की आपूर्ति दो वैकल्पिक स्रोतों से कराई जाए. इसके साथ ही पानी की आपूर्ति की व्यवस्था करने तथा वहां तक फोर लेन कनेक्टिविटी देने के लिए भी जरूरी कदम उठाए. ऐसे में अब उम्मीद जताई जा रही है कि प्रस्तावित शोभन बाइपास वाली भूमि को राज्य सरकार जल्द ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को निशुल्क हस्तांतरित कर देगी.
इस पर खूब हुई थी राजनीति: बताते चले कि इसी शोभन बाइपास की जमीन पर लोकसभा चुनाव से पूर्व खूब राजनीति हुई थी. चुनाव से पहले जब प्रदेश में महागठबंधन की सरकार थी उस दौरान शोभन बाइपास की जमीन और डीएमसीएच के कैंपस वाली भूमि का भी केंद्रीय टीम ने कई बार निरीक्षण करने के बाद इसे एम्स निर्माण के लिए अनुपयुक्त बताया था. जिसके बाद उस समय चल रही महागठबंधन के सरकार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आनन-फानन में दरभंगा में 2500 बेड के नए हॉस्पिटल के निर्माण की घोषणा भी कर दी थी.
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