जोधपुर.इस बार भीषण गर्मी में अस्पतालों में यूं तो मौसमी बीमारियों के रोगी बड़ी संख्या में अस्पताल पहुंचे. साथ ही पथरी के रोगियों की संख्या में अप्रत्याशित बढ़ोतरी देखी गई. पिछले करीब साढ़े तीन महीने में लगातार तेज गर्मी और हीटवेव के चलते सरकारी अस्पतालों में 10 हजार से अधिक रोगी पहुंचे. खास बात यह है कि इनमें युवाओं की संख्या ज्यादा है. इनमें 30 से 40 वर्ष की उम्र के करीब 60 प्रतिशत रोगी थे.
अगर बात संभाग के सबसे बड़े एमडीएम अस्पताल की करें, तो मार्च से जून माह में अब तक करीब 6552 मरीज यूरोलॉजी के आउटडोर में पहुंचे. वहीं करीब 5 हजार मरीज एम्स में पहुंचे. एम्स प्रशासन के अनुसार 120 मरीजों की लिथोट्रिप्सी की गई. 450 मरीजों को ऑपरेशन कर राहत पहुंचाई गई. एमडीएमएच में भी लिथोट्रिप्सी सहित करीब 500 ऑपरेशन किए गए. बताया जा रहा है कि गत वर्ष के मुकाबले ये आंकड़े दो-तीन गुना ज्यादा हैं.
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पानी कम पीना बड़ी परेशानी: एमडीएम अस्पताल के नेफ्रोलॉजी विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डा सुरेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि इस बार पथरी के रोगी बड़ी संख्या में आए हैं. हमने यूरोलॉजी विभाग में ऑपरेशन के लिए मरीज भेजे हैं. उन्होंने बताया कि पानी कम पीने से पूरा यूरिन नहीं लगता है. ज्यादातर पानी पसीने में निकल जाता है. ऐसे में शरीर के डिसॉल्व मिनरल्स यूरिन के जरिए बाहर नहीं निकल पाते हैं. तब वे किडनी में जमा होने लगते हैं. इसकी वजह से किडनी में स्टोन बन जाता है. इसकी वजह जोधपुर और आसपास के इलाके में भारी पानी होना भी है.