मध्य प्रदेश

madhya pradesh

By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Apr 9, 2024, 10:28 PM IST

ETV Bharat / state

बांधवगढ़ के टाइगर की अब मुकुंदपुर सफारी में गूंजेगी दहाड़, नेशनल पार्क के पास गांवों में मचा रहा था आतंक - Bandhavgarh Tiger Shift Mukundpur

बांधवगढ़ नेशनल पार्क के टाइगर की दहाड़ अब मुकुंदपुर व्हाइट टाइगर सफारी में गूंजेगी. बांधवगढ़ पार्क के आसपास के कई गांव में यह बाघ लगातार शिकार कर रहा था. दो दिनों पहले ही एक चरवाहे पर हमला किया था. इसी के चलते अब इस बाघ को शिफ्ट किया गया है.

BANDHAVGARH TIGER SHIFT MUKUNDPUR
धमोखर क्षेत्र में मचा रहा था आतंक

उमरिया। जिले के बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान के धमोखर परिक्षेत्र में पिछले कई दिनों से आतंक मचा रहे बाघ को मुकुंदपुर सफारी शिफ्ट कर दिया गया है. इस बाघ की आयु करीब 14 वर्ष है जो कि घायल अवस्था में था. पार्क में यह बाघ T-63 के नाम से जाना जाता था. यह नर बाघ काफी उम्रदराज है जो किसी अन्य बाघ के हमले में घायल हो गया था. उसके दांत घिस गये थे तथा पीठ और नाक आदि पर चोट के निशान थे.

मुकुंदपुर सफारी भेजा गया बाघ
T-63 बाघ को बेहोश कर शिफ्टिंग की तैयारी

धमोखर क्षेत्र में मचा रहा था आतंक

पार्क के उप संचालक पीके वर्मा ने बताया कि टी-63 बाघ बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के धमोखर परिक्षेत्र अंतर्गत रोहनिया गांव के पास लगातार डेरा जमाए हुए था. दो दिन पहले बाघ ने मवेशी चरा रहे एक चरवाहे के ऊपर हमला कर घायल कर दिया था. इसके अलावा ग्रामीणों के पालतू मवेशियों को भी लगातार निशाना बना रहा था. जानकारी के बाद वन विभाग ने बाघ की निगरानी में हाथी दल और वन अमले को तैनात किया था. इस दौरान वन अमले को जानकारी मिली कि मेल टाइगर टी 63 लंगड़ाकर चल रहा है, यानि उसके पैर में चोट रही होगी या वह बीमार होगा.

ये भी पढ़ें:

घात लगाकर बैठे बाघ ने किया किसान पर हमला, लहूलुहान हुआ बुजुर्ग

नौरादेही टाइगर रिजर्व में आए नए मेहमान, बांधवगढ़ से आया बाघ-बाघिन का जोड़ा

2 दिनों में 5 जानवरों का शिकार

टी-63 बाघ ग्राम रोहनिया और आसपास के इलाके में लगातार पालतू पशुओं को अपना निशाना बना रहा था. बीते दो दिनो में उसने 5 बछडों तथा 1 गाय का शिकार किया. इसे देखते हुए बाघ पर सतत निगरानी के साथ ही लोगों को समझाइश भी दी जा रही थी. पार्क के उप संचालक पीके वर्मा के अनुसार "सोमवार को यह बाघ एक ग्रामीण के घर में घुस गया था,जिसे हाथियों की मदद से खदेड़ा गया. बाघ की हालत को देखते हुए उसका रेस्क्यू करने का निर्णय लिया गया था. अभियान संपन्न होने के बाद बाघ को विशेष वाहन से मुकुंदपुर भेजा गया. रात करीब 12 बजे बाघ सकुशल पहुंच गया है".

ABOUT THE AUTHOR

...view details