इंदौर (PTI)।उज्जैन सिंहस्थ 2028 की तैयारियों में इंदौर जिला प्रशासन भी जुटा है. शिप्रा नदी में सतत जल प्रवाह के लिए इंदौर जिला प्रशासन ने कान्ह और सरस्वती नदियों के किनारे हुए अतिक्रमण को हटाने की तैयारी की है. इन दोनों नदियों के जलग्रहण क्षेत्रों में अतिक्रमण कर बनाए गए लगभग 1,500 अस्थायी मकानों पर बुलडोजर चलाया जाएगा. यह फैसला शिप्रा नदी को प्रदूषण मुक्त बनाने के अभियान के तहत किया गया है.
एक सप्ताह में टूटेंगे डेढ़ हजार से ज्यादा मकान
बता दें कि उज्जैन में हर 12 साल में सिंहस्थ मेला आयोजित किया जाता है. उज्जैन में सिंहस्थ के दौरान हजारों हिंदू शिप्रा में पवित्र स्नान करते हैं. हिंदू धर्मग्रंथों के अनुसार शिप्रा की उत्पत्ति भगवान विष्णु के वराह अवतार वराह के हृदय से हुई थी. इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह ने संवाददाताओं को बताया "पहले चरण में कान्ह और सरस्वती नदियों के जलग्रहण क्षेत्र में अतिक्रमण कर बनाए गए लगभग 1,500 कच्चे मकानों को हटाया जाएगा. जलग्रहण क्षेत्रों से लोगों को हटाने का काम प्रभावित हुआ है, जिनमें से कुछ को नोटिस भी दिए गए हैं." कलेक्टर ने कहा कि अगले 5 से 10 दिन में इस काम को शुरू कर दिया जाएगा.
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