उज्जैन: मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित महाकालेश्वर मंदिर में तैनात निजी महिला सुरक्षा कर्मियों ने अपनी समस्याओं को लेकर नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने निजी सुरक्षा कंपनी के खिलाफ कलेक्ट्रेट से समक्ष प्रस्तुत होकर शिकायत दी है. महिला सुरक्षा कर्मियों का आरोप है कि कंपनी उनका मानसिक शोषण कर रही है और समय पर वेतन भी नहीं दे रही है. इन समस्याओं को लेकर सुरक्षा कर्मी लामबंद होकर प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है.
सुरक्षा कर्मियों ने कलेक्टर से की शिकायत
महिला सुरक्षा कर्मचारियों ने इस मामले की कलेक्टर से शिकायत की. महिला सुरक्षाकर्मीअर्चना चौहानने कहा कि "निजी कंपनी के सीनियर अधिकारी उसने अभद्रता करते है और समय से पहले ड्यूटी पर पहुंचने के बावजूद उन्हें गैर हाजिर कर देते हैं. इस अलावा उन्हें बायो मैट्रिक मशीन में पंच नहीं करने देते है और ना ही रजिस्टर में साइन करने दिया जाता है. जब वेतन आता है, तो उनके पैसे काटकर देते हैं, कुछ कहने पर नौकरी से निकालने की धमकी देते हैं." बता दें कि कलेक्टर महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष भी हैं.
निजी सुरक्षा एजेंसी पर लगाए गंभीर आरोप (ETV Bharat) सैलरी कटौती और दुर्व्यवहार का आरोप
महिला सुरक्षा कर्मी कीर्ति का आरोप है कि "उनका हर महीने तय वेतन ₹8400 है, लेकिर उन्हें तय वेतन से ₹2000 तक काट दिया जाता है. पिछले दो महीनों से तो उन्हें सैलरी ही नहीं दी गई है. इसके अलावा उन्हें वरिष्ठ अधिकारी 'कूड़ा-कचरा' कहकर अपमानित करते हैं." कर्मचारियों ने कलेक्टर से अपना दर्द बताते हुए कहा कि "साहब यह अत्याचार अब असहनीय हो गया है. यदि यह प्रताड़ना और आर्थिक शोषण बंद नहीं हुआ तो वे मजबूर होकर प्रदर्शन करेंगे."
पहले भी किया था प्रदर्शन
यह पहली बार नहीं है जब कर्मचारियों ने वेतन और शोषण के मुद्दे को उठाया है. इससे पहले भी सुरक्षा कर्मचारियों ने वेतन में देरी और अभद्र व्यवहार के विरोध प्रदर्शन कर चुके है, लेकिन समस्या का समाधान नहीं निकाला था. कर्मचारियों को समझा-बुझाकर प्रदर्शन को खत्म करवा दिया गया था. मंदिर की गरिमा और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कर्मचारियों ने प्रशासन से तुरंत हस्तक्षेप करने और उनकी समस्याओं का समाधान करने की अपील की है.
मामले की जांच की जाएगी
इस मामले में कलेक्टर नीरज कुमार सिंहका कहना है कि "महाकालेश्वर मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था में तैनात निजी सुरक्षा कंपनी की महिला कर्मियों ने आवेदन दिया है. महिलाओं ने निजी सुरक्षा एंजेसी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. आवेदन के आधार पर इस मामले की जांच की जाएगी और जांच रिपोर्ट में जो भी स्पष्ट होगा उसके अनुसार अग्रिम कार्रवाई की जाएगी."