उदयपुर: सिटी पैलेस में धूणी दर्शन को लेकर मेवाड़ राजपरिवार के झगड़े में 48 घंटे बाद राहत भरी खबर सामने आई. बुधवार शाम को विश्वराज सिंह और उनके चार अन्य सहयोगियों को पुलिस निगरानी के बीच धूणी के दर्शन करवाए गए. पूर्व राजपरिवार के सदस्य लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने कहा कि 'मैं सरकार और प्रशासन का शुक्रिया करना चाहता हूं, हर एक व्यक्ति से लेकर सरकार के लोगों को कहना चाहता हूं कि उन्होंने सौहार्दपूर्ण माहौल बनाए रखा'.
कलेक्टर अरविंद पोसवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद दोनों पक्षों से वार्ता कर धूणी दर्शन करवाए गए. पिछले 2-3 दिन से लगातार जिला प्रशासन की ओर से 8 से 10 बैठकें की गई थी, जिसमें दोनों ही पक्षों से बात की गई, लेकिन धूणी के दर्शन को लेकर कुछ पॉइंट ऐसे थे, जिन पर विवाद चल रहा था और ये बात भी तुरंत मुख्यमंत्री और सरकार के बड़े अफसरों तक पहुंचाई गई. इस पर मुख्यमंत्री ने 2 उच्च अधिकारियों एसीएस होम और एडीजी लॉ एंड ऑर्डर को उदयपुर भेजा. उनके हस्तक्षेप के बाद वार्ता की गई. जिन-जिन बिंदुओं पर विवाद की स्थिति पैदा हो रही थी, उनपर फिर से मुख्यमंत्री से मार्गदर्शन लिया गया और उनका मैसेज दोनों पक्षों तक पहुंचाया गया. इसके बाद बुधवार शाम को 5 लोगों के दर्शन पर सहमति बनी. इसके बाद कुछ और बिंदु थे कि किस गेट से जाएंगे? किस गाड़ी में बैठकर जाएंगे? इन बिंदुओं पर दोनों पक्षों में सहमति बन गई और दर्शन कर लिए.
धूणी दर्शन के बाद विश्वराज सिंह का बयान : उदयपुर सिटी पैलेस में धूणी दर्शन करने के बाद समोर बाग पहुंचे विश्वराज सिंह मेवाड़ ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि एक साधारण दर्शन की बात थी. पहले दिन ही ऐसा हो जाता तो इतनी बड़ी बात नहीं होती. सबको इतनी बड़ी तकलीफ नहीं होती, लेकिन फिर भी दो दिन बाद इन परिस्थितियों में दर्शन हुए, इसके लिए मैं सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं. उन्होंने कहा कि दर्शन को लेकर लगातार बातचीत चलती रही, लेकिन लास्ट में रास्ता निकल गया. अब दर्शन हो गए, वही महत्वपूर्ण बात है. विश्वराज सिंह ने कहा कि धूणी दर्शन के दौरान ना तो उनके चाचा और ना अन्य व्यक्तियों से उनकी मुलाकात हुई. पिछले दो दिनों से हम पूछ रहे हैं कि अरविंद सिंह मेवाड़ कहां पर हैं.