नालंदा:बिहार के नालंदा में महिलाओं पर अत्याचार के दो जघन्य मामले सामने आए हैं. पहले मामले में, एक नवविवाहिता को दहेज की मांग पूरी नहीं करने पर मार दिया गया. इस महिला की शादी एक साल पहले हुई थी. शादी के चार माह बाद ही 20 लाख रुपये की मांग की जाने लगी थी. दूसरे मामले में, घरेलू विवाद के चलते एक विवाहिता की हत्या कर उसके शव को गंगा नदी में बहा दिया गया. इस महिला की शादी दस साल पहले हुई थी और विवाद के चलते पति ने उसकी हत्या कर दी.
दहेज के लिए हत्याः एकंगरसराय थाना क्षेत्र धुर गांव में आदर्श कुमार की 22 वर्षीय पत्नी सुधा देवी की हत्या कर दी गयी. एक साल पहले शादी हुई थी. गया ज़िले के भुक्का गांव निवासी शिव कुमार साव ने बताया कि एक साल पहले बहन की शादी एकंगरसराय के धुर गांव निवासी आदर्श कुमार से हुई थी. शादी के 4 महीने तक सब कुछ ठीक चला. उसके बाद 20 लाख रुपए दहेज की मांग की जाने लगी. बहन को उसके ससुराल वाले प्रताड़ित भी कर रहे थे. इसी बात को लेकर रात में भी विवाद हुआ और उसकी हत्या कर दी गई.
क्या कहते हैं ससुराल वालेः मृतका के ससुर मिथलेश साव ने बताया कि उनका पुत्र मटन लेकर घर आया था. इस कारण पूरा परिवार छत पर खाना बनाकर साथ खाया. खाने के बाद सभी लोग नीचे आ गए मगर भीषण गर्मी के करण वह 3 माह की बेटी को लेकर छत पर ही आराम करने लगी. काफी देर से बच्ची की रोने की आवाज सुन परिवार वाले कमरे में गए तो देखा कि महिला के ऊपर पंखा गिरा है, आनन फानन में ससुराल वाले उसे इलाज के लिए अस्पताल ले गए. जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया.
पुलिस कर रही जांचः घटना की जानकारी मायके वालों को हुई तो वह मौके पर पहुंचे. पुलिस को घटना की जानकारी दी. सूचना पाकर पुलिस पहुंची. शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया है. थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार झा ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारण का पता चल सकेगा.