खटीमा: उधम सिंह नगर जिले के मझोला में उत्तराखंड-यूपी बॉर्डर पर दो रेल कर्मचारियों के ट्रेन की चपेट में आने से दर्दनाक मौत हो गई. हादसा इतना भयानक था कि दोनों कर्मचारी के अंग रेलवे ट्रैक से छिटक कर दूर जा गिरे. बताया जा रहा है कि हादसा रेलवे ट्रैक पर पेट्रोलिंग के दौरान हुआ. इस हादसे के बाद टनकपुर से मथुरा जा रही एक्सप्रेस ट्रेन भी काफी देर तक घटनास्थल पर रुकी रही. वहीं, रेलवे पुलिस और मझोला चौकी पुलिस टीम ने शवों को कब्जे में लेकर अस्पताल भेज दिया है.
बताया जा रहा है कि यह हादसा मझोला रेलवे स्टेशन से आगे हुआ है. जहां मंगलवार यानी 3 दिसंबर की सुबह 5:25 बजे एक्सप्रेस ट्रेन संख्या 05062 टनकपुर से मथुरा जा रही थी. जैसे ही ट्रेन ने मझोला स्टेशन क्रॉस किया. तभी कलेक्टर फॉर्म गेट नंबर 15 से करीब 800 मीटर की दूरी पर रेलवे ट्रैक पर पेट्रोलिंग कर रहे दो कर्मचारी ट्रेन की चपेट में आ गए. जिसमें दोनों कर्मचारियों के अंग ट्रेन से टकराकर काफी दूर जा गिरे. हादसे के बाद एक्सप्रेस ट्रेन काफी देर तक घटनास्थल पर रुकी रही.
एक स्थायी तो दूसरा संविदा कर्मचारी था: वहीं, हादसे की सूचना पर आरपीएफ एसआई जितेंद्र कुमार और 17 मिल चौकी प्रभारी ललित सिंह बिष्ट पुलिस टीम के साथ घटना पर पहुंचे. जहां उन्होंने स्थिति का जायजा लिया और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की कार्रवाई के लिए उप जिला चिकित्सालय खटीमा भेजा. बताया जा रहा है कि मृतकों में एक रेल विभाग का स्थायी तो दूसरा संविदा कर्मचारी था. इतना ही नहीं दोनों रेलवे कर्मी अविवाहित थे.
गेट कर्मचारी रमन कुमार को कही थी ये बात:जानकारी के मुताबिक, दोनों कर्मचारियों ने सुबह 5.18 बजे गेट संख्या 15 पर पहुंचकर उपस्थिति पंजिका में अपने हस्ताक्षर किए. जहां अमरजीत सिंह राणा (मृतक) ने गेट कर्मचारी रमन कुमार से बातचीत के दौरान बताया कि उसके माता-पिता की तबीयत खराब है, इसलिए वो घर जल्दी जाएगा. इस बातचीत के मात्र 3 मिनट के बाद जैसे ही वो दोनों करीब 800 मीटर दूर गए, वैसे ही हादसे के शिकार हो गए.