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मुल्थान टनल में लीकेज से गांव और बाजार में आई बाढ़, घरों-दुकानों में घुसा गाद मिला पानी, विभाग पर फूटा लोगों का गुस्सा - Tunnel leakage in Multhan

Multhan Tunnel leakage: जिला मंडी और कांगड़ा के बीच स्थित मुल्थान में 5 मेगावाट की जल विद्युत परियोजना की टनल में लीकेज होने से गांव और बाजार में गाद वाला पानी घुस गया. जिससे जल विद्युत विभाग और परियोजना संचालकों पर स्थानीय लोगों का गुस्सा फूटा है. लोगों ने टनल को पूरी तरह से बंद करने की मांग की है.

Multhan Tunnel leakage
मुल्थान सुरंग रिसाव (ETV Bharat)

By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : May 12, 2024, 4:32 PM IST

Updated : May 12, 2024, 5:46 PM IST

मुल्थान के पास हाईड्रो प्रोजेक्ट की टनल में हुई लीकेज (ETV Bharat)

धर्मशाला: हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी और कांगड़ा के बीच स्थित मुल्थान में 25 मेगावाट की जल विद्युत परियोजना की टनल में लीकेज हो गई है. टनल से भारी मात्रा में लीक हुए पानी ने बाढ़ का रूप ले लिया, जिसके चलते मुल्थान गांव और मार्केट में बाढ़ आ गई. जिससे गांव और बाजार को काफी ज्यादा नुकसान हुआ है. हालांकि विभाग द्वारा अब पानी के बहाव को बंद कर दिया गया है, लेकिन अभी भी इस प्रभावित इलाके पर खतरा मंडरा रहा है.

प्रोजेक्ट संचालकों पर फूटा लोगों का गुस्सा

स्थानीय लोगों ने बताया कि टनल में हुई लीकेज से इतना ज्यादा पानी बाढ़ के रूप में आया कि उसने हर जगह तबाही मचा दी. लोगों के घरों, खेतों और दुकानों में गाद भरा पानी घुसने से काफी ज्यादा नुकसान हुआ है. लोगों का कहना है कि ये टनल यहां पर बिल्कुल गलत तरीके से बनाई गई है. इसे बंद कर दिया जाए. यहां से हुई लीकेज के कारण सारा गंदा पानी उनके घरों में घुस गया और सारा सामान खराब हो गया है. जिसके चलते प्रशासन और परियोजना संचालकों पर लोगों में भारी रोष है.

3 महीने में 2 बार लीक हुई टनल

बता दें कि करीब 3 महीने पहले कमीशन हुए हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर प्रोजेक्ट में दूसरी बार इस तरह का मामला सामने आया है. टनल और पेनस्टॉक के मिलने के पॉइंट से ठीक 800 फीट नीचे मुल्थान गांव व मार्किट में बड़ी आबादी रहती है. ऐसे में पिछले दो दिनों से टनल से पानी बार बार आने से लोग दहशत में जीने को मजबूर हैं. अगर इसी तरह से पानी बहता रहा तो लोगों के घरों और बाजार को खासा नुकसान पहुंचेगा. वहीं, इतनी ज्यादा मात्रा में हुई लीकेज के कारण लोगों को पहाड़ी पर लैंडस्लाइड का खतरा भी मंडरा रहा है.

डीसी कांगड़ा हेमराज बैरवा ने बताया किइस पूरे मामले में हाई लेवल जांच के निर्देश दे दिए गए हैं. जब तक जांच पूरी नहीं होती है तब तक पावर प्रोडक्शन पूरी तरह से बंद रहेगी.

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Last Updated : May 12, 2024, 5:46 PM IST

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