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जिस पति को कर्ज लेकर कमाने भेजा परदेश, उसी ने फोन पर कहा- तलाक... तलाक... तलाक, ससुराल वालों ने भी किया बेघर - Triple Talaq in Gorakhpur

गोरखपुर में ट्रिपल तलाक की एक दर्दभरी कहानी सामने आई है. जिसमें महिला को एक साथ तलाक, लाख रूपये का कर्ज और ससुराल से बेघर होना पड़ा. अब मामला परिवार परामर्श केंद्र के पास पहुंचा है.

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jun 9, 2024, 4:21 PM IST

गोरखपुर में ट्रिपल तलाक
गोरखपुर में ट्रिपल तलाक (Photo Credit ETV Bharat)

गोरखपुर:देश में भले ही तीन तलाक पर प्रतिबंध लगाने का कानून बन गया है. लेकिन इसको तोड़ने वालों को कानून का कोई खौफ नहीं है. जिसके चलते आए दिन ट्रिपल तलाक के मामले सामने आ रहे हैं. इसी बीच गोरखपुर में तीन तलाक एक ऐसा मामला समाने आया है, जिसमें पीड़ित महिला को पति ने फोन पर तीन बार तलाक बोल कर उससे रिश्ता खत्म करने की बात तो कह दी, लेकिन सिर्फ तीन बार तलाक बोल देने से उसके जीवन में दुखों का पहाड़ टूट पड़ा, महिला को एक साथ तलाक, कर्ज और ससुराल से बेदखली झेलना पड़ा, जब उसे कोई उपाय नहीं सूझा तो उसने कानून का सहारा लिया. लेकिन यहां भी उसका मामला परिवार परामर्श केंद्र में चला गया. जिसके चलते उसे न्याय के लिए लंबा इंतजार करना पड़ रहा है.

गोरखपुर में तीन तलाक का एक ऐसा मामला समाने आया है जिसको सुनकर हर कोई हैरान है. खबर सामने आई है जिसके मुताबिक यह मामला गोरखनाथ थाना क्षेत्र के चक्सा हुसैन मोहल्ले का है. जहां करीब 8 साल पहले इस मामले से जुड़ी महिला का निकाह हुआ था. घर की माली हालत ठीक नहीं थी. दो बच्चों का लालन पालन करने में मुश्किल हो रही थी. महिला मायके से हर महीने कुछ रकम लाकर किसी तरह घर चला रही थी. लेकिन समय के साथ खर्च बढ़ता चला गया. ऐसे में पत्नी ने पति को विदेश जाकर कमाने के लिए राजी कर लिया. इसके लिए भी उसे पैसे की जरूरत थी. फिर क्या था उसने पत्नी के नाम से बैंक से एक लाख का लोन लिया और इसी पैसे के सहारे वह विदेश चला गया.

महिला के पति के विदेश जाने के बाद दो महीने तक तो सब कुछ ठीक चला, लेकिन फिर उसकी जिंदगी में आया 20 मई का वह दिन जब अचानक विदेश से पति ने महिला को फोन पर ही तलाक दे दिया. और कर्ज भी चुकाने से मना कर दिया. इसके बाद ससुराल वालों को पूरी बात बताई, लेकिन सास ने भी बेटे के पक्ष में आकर, बहू को घर से बाहर निकाल दिया.

महिला के सामने दो बच्चों को पालना और बैंक से लिए गए कर्ज की रकम को भरना एक साथ दोहरे मुसीबत में घिर गई. जिसके बाद न्याय के लिए महिला पहले गोरखनाथ थाना पहुंची. और फिर 30 मई को एसएसपी के पास पहुंचकर मदद की गुहार लगाई. मामला पारिवारिक था इसलिए एसएसपी ने इस मामले को महिला परिवार परामर्श केंद्र में भेज दिया.

परिवार परामर्श केंद्र को महिला की शिकायत पर 2 जून 2024 को, परिवार परामर्श केंद्र में बहू और सास को बुलाया गया. बहू के पक्ष रखने पर सास निकाह को मानने से इनकार करने लगी, लेकिन काउंसलर की ओर से सास और बहू को समझाने के बाद किसी तरह विवाद समाप्त हुआ. फिर भी दोनों एक साथ घर में रहने के लिए राजी नहीं हुए तब जाकर,काउंसलर ने सास बहू को अलग-अलग रहने की सलाह दी.

वहीं परामर्श केंद्र की ओर से महिला के पति से भी विदेश में बात की गई तो उसने कहा कि, वह लोन का कर्ज तो भरने के लिए तैयार है, लेकिन पत्नी को साथ रखने के लिए तैयार नहीं.

तो इस तरह से कह सकते हैं कि, कर्ज लेकर अपने पति को विदेश भेजने वाली महिला के हाथ में, सुख-शांति के बजाय अगर कुछ मिला तो वह तलाक था. जिसके दर्द में वह अभी तक डूबी है. अब इंतजार है उसके पति के घर वापसी का. फिर जाकर परिवार परामर्श केंद्र कोई अंतिम निर्णय पर पहुंचेगा.

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