छत्तीसगढ़ के सुकमा में प्रेशर IED ब्लास्ट, जंगल में गाय चराने गई आदिवासी महिला की मौत - Sukma IED Blast
Sukma IED Blast नक्सल प्रभावित बस्तर के सुकमा में एक महिला आईईडी की चपेट में आ गई. जिससे महिला की दर्दनाक मौत हो गई. महिला जंगल में अपने मवेशियों को चराने गई थी इसी दौरान उसका पैर IED पर पड़ गया और बम ब्लास्ट हो गया. woman being hit by pressure IED
सुकमा में प्रेशर IED ब्लास्ट (ETV Bharat Chhattisgarh)
सुकमा: जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए नक्सलियों के लगाए प्रेशर आईईडी विस्फोट में एक आदिवासी महिला की जान चली गई. महिला जंगल में गाय चराने गई थी. इसी दौरान नक्सलियों के लगाए IED में उसका पैर पड़ गया. आईईडी में विस्फोट होने से महिला की दर्दनाक मौत हो गई. महिला की मौत के बाद परिवार और गांव में मातम का माहौल है.
IED की चपेट में आदिवासी महिला: सुकमा एएसपी निखिल राखेचा ने बताया "11 अगस्त की सुबह किस्टारम थाना क्षेत्र के डब्बामरका गांव की महिला 27 साल की कवासी सुक्की जंगल में गाय चराने के लिए गई हुई थी. इसी दौरान करीब दोपहर के 2 बजे आदिवासी महिला का पैर नक्सलियों के लगाए प्रेशर आईईडी बम के नीचे आ गया. जिससे ब्लास्ट हो गया. ब्लास्ट इतना जबरदस्त था कि महिला के दोनों पैर और एक हाथ उड़ गया. मौके पर ही महिला की दर्दनाक मौत हो गई."
नक्सलियों के खिलाफ किस्टाराम थाने में केस दर्ज: IED ब्लास्ट के बाद घटनास्थल पर बड़ा गड्ढा भी हो गया है. इस घटना की जानकारी आसपास के लोगों ने पुलिस को दी. जानकारी लगते ही पुलिस बल मौके पर पहुंचा. शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेजा गया. सुकमा एएसपी निखिल राखेचा ने बताया कि "मामले की जांच की जा रही है. अज्ञात नक्सलियों के खिलाफ किस्टारम थाने में केस दर्ज किया गया है."
IED ब्लास्ट में कई लोगों की जा चुकी है जान:बस्तर में लंबे समय से काबिज माओवादी अलग अलग इलाकों में जंगल व पगडंडियों में भारी मात्रा में आईईडी बम जमीन में गाड़ कर रखते हैं. जवानों की सर्चिंग या फिर गांव वालों के आने जाने के दौरान उनका पैर IED पर पड़ जाता है जिससे उनकी दर्दनाक मौत हो जाती है. कई बार सर्चिंग के दौरान नक्सलियों के आईईडी बम को जवान बरामद कर डिफ्यूज करते हैं लेकिन कई बार इससे कई लोगों की जान चली जाती है. बस्तर में जंगलों में आईईडी बम से बचना सबसे बड़ी चुनौती है.