पटना:पर्व त्योहार हो या फिर गर्मी की छुट्टियां, लंबी दूरी के लिए हम अक्सर ट्रेन में टिकट बुक करते है. लेकिन हमें टिकट कंफर्म मिले ऐसा संभव नहीं होता है. कुछ टिकट कंफर्म हो जाते हैं, तो कुछ कंफर्म नहीं होने पर खुद कैंसल हो जाते हैं. ऐसे में कौन सा वेटिंग टिकट लेने पर जल्दी कंफर्म होगा यह ट्रिक आपके लिए जानना बहुत जरूरी है. दरअसल, आपके टिकट पर ही एक गुप्त कोड छिपा होता है, जिससे आप पता लगा सकते है कि आपका टिकट कंफर्म होगा कि नहीं?.
टिकट कंफर्म होने की है कितनी उम्मीद : आपका अक्सर वेटिंग टिकट से सामना जरूर हुआ होगा. लेकिन आपको शायद ही पता होगा कि रेलवे कई तरह की वेटिंग टिकट जारी करता हैं. जब आप ऑनलाइन या काउंटर से टिकट लेते हैं तो रेलवे आपके वेटिंग टिकट आपके दिए हुए निर्देशों के आधार पर पांच तरह के वेटिंग कोड में से किसी एक कोड को जारी करता हैं.
कई तरह के होते हैं ट्रेन वेटिंग टिकट :रेलवे की ओर से जारी आपके वेटिंग टिकट पर GNWL, RLWL, PQWL, RQWL, TQWL, RSWL, RAC जैसे कोड लिखे होते हैं. जिनमें से एक कोड आपके टिकट पर लिखा होता हैं. अब सवाल यह है कि इन कोड्स का क्या मतलब होता है और रेलवे ये को़ड क्यों जारी करती हैं.
GNWL के कंफर्म होने का चांस सबसे अधिक :GNWL (General Waiting List) का मतलब होता है, जनरल वेटिंग लिस्ट. जिस टिकट पर यह कोड लिखा होता है, इसका मतलब, आपने टिकट बुक करते समय जो जानकारी डाली है, उसके अनुसार ट्रेन जिस स्टेशन से शुरू होगी, वहां से रेलवे ने टिकट जारी किया है. GNWL के कंफर्म होने की संभावना सबसे अधिक होती है, ऐसा इसलिए क्योंकि जहां से ट्रेन शुरू होती है, वहां से सबसे ज्यादा बर्थ का कोटा होता हैं.
क्या होता है RLWL? :रिमोट लोकेशन वेटिंग लिस्ट यानी RLWL (Remote Location Waiting List). रिमोट लोकेशन वेटिंग लिस्ट टिकट उन यात्रियों को दिया जाता है, जब आप शुरुआत और गंतव्य स्टेशन को छोड़कर, बीच के स्टेशन (छोटे स्टेशन) का टिकट बुक करते है. ऐसे टिकट के कंफर्म होने की संभावना GNWL के बाद सबसे अधिक होती है. क्योंकि रेलवे ने बीच के स्टेशन का कोई कोटा नहीं रखा है.
क्या है PQWL : पूल्ड कोटा वेटिंग लिस्ट (Pooled Quota waiting List). जब आप लंबी दूरी के ट्रेन में टिकट बुक करते हैं और आपको कंफर्म टिकट नहीं मिलता तो आपके टिकट पर यह कोड PQWL लिखा होता हैं. ऐसे टिकट के कंफर्म होने की संभावना काफी कम होती हैं.