पलामू : पलामू टाइगर रिजर्व क्षेत्र में बाघ की चहलकदमी दर्ज की गई है. पीटीआर के हाई रेजोल्यूशन कैमरे में बाघ की तस्वीर कैद हुई है. सुरक्षा कारणों से बाघ की तस्वीर जिस क्षेत्र में कैद हुई है, उसकी वास्तविक लोकेशन का खुलासा नहीं किया गया है.
दरअसल, पलामू टाइगर रिजर्व के क्षेत्र में सितंबर तक पर्यटन गतिविधि पर रोक है. वन्यजीवों के प्रजनन के लिए 1 जुलाई से 30 सितंबर तक पर्यटन गतिविधि पर रोक लगाई है. पिछले एक साल के आंकड़ों पर गौर करें तो पलामू टाइगर रिजर्व के कैमरे में 10 से अधिक बार बाघ की तस्वीर कैद हुई है. जिस क्षेत्र में बाघ की चहलकदमी दर्ज की गई है, वहां हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है और अतिरिक्त वनकर्मियों की तैनाती की गई है. पलामू टाइगर रिजर्व के कर्मचारी बाघ की चहलकदमी पर नजर रख रहे हैं.
11 जुलाई की रात एक वयस्क बाघ की तस्वीर कैद हुई थी जिसकी उम्र चार से छह साल मानी जा रही है. पिछले एक साल में पलामू टाइगर रिजर्व के क्षेत्र में चार बाघ की मौजूदगी के साक्ष्य मिले हैं. इस बात की जांच की जा रही है कि जिस बाघ की तस्वीर कैद हुई है, वह चारों बाघों में से एक है या कोई अलग बाघ है. बाघ की तस्वीर और उससे जुड़े अन्य सैंपल जांच के लिए वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट देहरादून भेजे गए हैं.
"बाघ की मौजूदगी और उसकी तस्वीर कैद होने की पुष्टि की है. निदेशक आशुतोष ने बताया कि इलाके में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है और अतिरिक्त वनकर्मियों की तैनाती की गई है. बाघ की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है." - कुमार आशुतोष, निदेशक, पलामू टाइगर रिजर्व