नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि देश भर में भाजपा सुनियोजित तरीके से भ्रष्टाचार कर रही है. संगठित तरीके से भ्रष्टाचार कर रही है. देश की जनता को खुलेआम लूट रही है. ये लूट देश की जनता से बिजली के नाम पर की जा रही है. उसी बिजली को दिल्ली और पंजाब में हमारी सरकार फ्री में देती है. आरोप है कि महाराष्ट्र और राजस्थान में सोलर और थर्मल बिजली के लिए संयुक्त टेंडर निकाला गया है और ये टेंडर अडानी को दिया गया है. ये बिजली अन्य बिजली से 1 से 1.5 रुपये प्रति यूनिट महंगी होगी. 25 साल तक के इस टेंडर में जनता पर लाखों करोड़ रुपये का बोझ पड़ेगा.
महाराष्ट्र में 6600 मेगावाट बिजली सप्लाई का टेंडर अडानी को मिला :आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता व राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि बीते मार्च में चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले 6600 मेगावाट बिजली सप्लाई का टेंडर महाराष्ट्र में जारी किया गया. भारत के इतिहास में ये पहली बार हुआ कि जिसमें सोलर और थर्मल बिजली का टेंडर एक साथ है. जबकि दोनों तरह की बिजली के लिए अलग अलग टेंडर निकलता है.
संजय सिंह बोले- महाराष्ट्र में महामानव की सरकार :2014 में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि देश में जो भी बिजली के ठेके निकलेंगे उसमें प्रतियोगिता बढ़ाइए, जिससे जनता को सस्ती बिजली मिल सके. 2014 में ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बने थे. मोदी को महामानव बताते हुए संजय सिंह ने कहा कि आज महाराष्ट्र में महामानव की सरकार है. जहां पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश को दरकिनार कर टेंडर निकाला गया कि 5000 मेगावाट सोलर बिजली चाहिए और 1600 मेगावाट थर्मल बिजली चाहिए. इतनी बड़ी बिजली की सप्लाई महामानव के मित्र के अतिरिक्त कोई और नहीं दे सकता है.
अडानी की सोलर और थर्मल बिजली का दाम ज्यादा: सितंबर में टेंडर खुला तो पता चला कि पीएम मोदी के सबसे करीबी दोस्त अडानी को मिल गया. पूरे देश में सोलर बिजली सरकार को 2.5 रुपये यूनिट मिल रही है. कोयले की बिजली 2 रुपये, 2.5 रुपये और 3 रुपये प्रति यूनिट सरकारों को मिल रही है. लेकिन अडानी से 6600 मेगावाट बिजली 4 रुपये प्रति यूनिट के दर से ली जा रही है. महाराष्ट्र को लोगों से ध्यान देने की बात कहते हुए कहा कि मोदी 1 से 1.5 रुपये यूनिट महंगी बिजली का भुगतान जनता को ही करना होगा.