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हाईकोर्ट के आदेश पर सरकार ने मणिकर्ण में किया था चौकसी का दावा, रिवॉल्वर वाले सैलानियों ने 15 दिन में खोल दी पोल - tourist Manikaran revolver CASE - TOURIST MANIKARAN REVOLVER CASE

बाहरी राज्यों से आए सैलानियों की असमाजिक गतिविधियों पर नजर रखने और अप्रिय घटना से बचने के लिए राज्य सरकार ने हिमाचल हाईकोर्ट के सामने अपनी ओर से किए गए प्रयासों की जानकारी दी थी, लेकिन इस घटना के बाद ये जाहिर होता है कि सरकार के ये प्रयास सिर्फ कागजों में बंद है. सरकार की ओर से किए गए ये प्रयास सिरे नहीं पढ़ पाए हैं. ये सवाल मंगलवार को मणिकर्ण घाटी में पंजाब से आए टूरिस्ट की ओर बस चालक को रिवॉल्वर दिखाए जाने के बाद से खड़े हुए हैं.

TOURIST MANIKARAN REVOLVER CASE
रिवॉल्वर वाले सैलानियों ने 15 दिन में खोल दी पोल सरकार की पोल (ईटीवी भारत)

By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Jun 26, 2024, 7:39 PM IST

शिमला: पर्यटन नगरी मनाली में इन दिनों सैलानियों की आवाजाही जारी है. वहीं, सैलानियों की संख्या के चलते आए दिन ट्रैफिक जाम की स्थिति भी देखने को मिल रही है. ऐसे में जिला कुल्लू की मणिकर्ण घाटी में ट्रैफिक जाम के बीच पंजाब के एक सैलानी और कुल्लू के निजी बस के चालक के बीच तकरार हो गई. थोड़ी ही देर में तकरार इतनी बढ़ गई की सैलानी ने रिवाल्वर निकाल ली. वहीं, इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया में भी वायरल हो रहा है.

राज्य सरकार ने 15 दिन पहले ही हिमाचल हाईकोर्ट के सामने अपनी ओर से किए गए प्रयासों की जानकारी देते हुए कहा था कि सैलानी अब मणिकर्ण में हुड़दंग नहीं मचा पाएंगे, लेकिन इस घटना के बाद ये जाहिर होता है कि सरकार के ये प्रयास सिर्फ कागजों में बंद है. सरकार की ओर से किए गए ये प्रयास सिरे नहीं पढ़ पाए हैं. क्या इस घटना के बाद ये जाहिर होता है कि सरकारी प्रयासों में कमी और प्रशासन की कुंभकर्णी नींद इसके लिए जिम्मेदार है? या इसे सरकार की ओर से किए गए इंतजामों में मात्र एक चूक माना जाए. इस तरह की घटनाओं से स्थानीय लोगों में गुस्सा और डर का माहौल दोनों पैदा होता है. अपने प्रदेश में ही स्थानीय लोग सुरक्षित महसूस नहीं कर पाते. बाहरी राज्यों से आए कुछ पर्यटक वीकेंड पर मौज मस्ती और हुलड़बाजी के बाद वापस अपने घर लौट जाते हैं, लेकिन हिमाचल जैसे शांत प्रदेश में अशांति पैदा करने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं. हिमाचल की जनता से लेकर हिमाचल हाईकोर्ट ऐसे लोगों पर शिकंजा कसने के लिए सरकार को कह चुके हैं.

हाईकोर्ट ने 2023 की घटना का लिया था संज्ञान

पंजाब से आए सैलानियों ने पिछले साल कुल्लू जिला के मणिकर्ण में भारी उत्पात मचाया था. सैलानियों के हुड़दंग पर हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने स्वत संज्ञान लेकर राज्य सरकार को सख्त निर्देश जारी किए थे. अदालत को राज्य सरकार ने अदालत में बताया कि धार्मिक नगरी मणिकर्ण में पर्यटकों के उपद्रव को रोकने के लिए कई व्यवस्थाएं लागू की गई हैं.

अदालत को बताया गया कि पुलिस प्रशासन ने सुमा रोपा नामक स्थान पर एक चेक पोस्ट स्थापित की है. इस चेक पोस्ट पर सीसीटीवी के माध्यम से प्रत्येक गाड़ी का पंजीकरण ऑनलाइन किया जाता है. यदि पुलिस को किसी प्रकार का संदेह हो जाए तो गाड़ियों की वास्तविक चैकिंग की जाती है. हाईकोर्ट में पेश की गई रिपोर्ट में बताया गया था कि मणिकर्ण में पिछले साल की तरह हंगामा और उपद्रव न हो, इसके लिए नियमित रूप से नाके पर चेकिंग हो रही है. साथ ही मोबाइल वाहनों से पूरे इलाके में दिन-रात गश्त लगाकर कानून-व्यवस्था की स्थिति पर नजर रखी जा रही है.

सरकार के वक्तव्य के बाद बंद हुई याचिका

मणिकर्ण में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सरकार की तरफ से अदालत में पेश किए गए वक्तव्य के बाद जनहित याचिका को बंद कर दिया गया. हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति एमएस रामचंद्र राव व न्यायमूर्ति सत्येन वैद्य की खंडपीठ ने अब इस मामले से जुड़ी जनहित याचिका को बंद करने का फैसला लिया. वक्तव्य में सरकार की ओर से अदालत को ये भी बताया गया कि पिछले वर्ष सैलानियों द्वारा किए गए उत्पात में कड़ी कार्रवाई करते हुए 13 आरोपियों के खिलाफ सक्षम अदालत में चालान दाखिल कर दिया गया है. सभी को गिरफ्तार भी कर लिया गया है.

उल्लेखनीय है कि हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने पिछले साल मणिकर्ण में पंजाब से आए टूरिस्टों द्वारा मचाए गए उत्पात पर कड़ा संज्ञान लिया था. मार्च 2023 को मीडिया में आई रिपोर्टस में बताया गया कि पंजाब से आए पर्यटकों ने मनाली के ग्रीन टैक्स बैरियर पर हंगामा किया. ग्रीन टैक्स नहीं देने पर सैलानी मजदूरों से उलझ गए और देखते ही देखते करीब 100 मोटरसाइकिल सवार सड़क पर जमा हो गए. हुड़दंगबाजों ने नारेबाजी से माहौल तनावपूर्ण बना दिया. पंजाब से आए पर्यटकों ने मणिकर्ण में भी उत्पात मचाया. हालात ये हुए कि 6 मार्च 2023 की रात को मणिकर्ण में दंगे जैसी स्थिति देखी गई. बीयर की बोतलें नैना माता मंदिर की दिशा में फेंकी गई. उपद्रव करते हुए सैलानियों ने तोड़फोड़ की और मंदिरों, घरों सहित करीब 20 वाहनों में लोहे की छड़ों के अलावा लाठियों से तोडफ़ोड़ की. हाईकोर्ट ने स्वत संज्ञान लेते हुए सरकार से रिपोर्ट मांगी थी और सुरक्षा के इंतजाम करने को कहा था. राज्य सरकार ने अदालत में पूरी रिपोर्ट पेश की और बताया कि सुरक्षा के माकूल इंतजाम किए गए हैं. इसके बाद हाईकोर्ट ने मामले को बंद कर दिया था.

मणिकर्ण तक रिवॉल्वर लेकर कैसे पहुंचा पर्यटक?

हाईकोर्ट को दिए गए आश्वासन के बाद फिर से मणिकर्ण घाटी में पंजाब से आए एक पर्यटक ने बस चालक को मामूली विवाद में रिवॉल्वर दिखा दी. सरकार की ओर से किए गए इतने ताम-झाम के बाद कैसे एक टूरिस्ट न सिर्फ रिवॉल्वर सहित मणिकर्ण पहुंच गया ब्लकि उसे सड़क लोगों के सामने चालक पर तान भी दिया. सरकार ने हाईकोर्ट में गाड़ियों की चेकिंग का दावा किया था. गाड़ियों की चेकिंग की जा रही है तो कैसे ये सैलानी रिवॉल्वर लेकर यहां पहुंचा. गनीमत रही कि इस दौरान कोई अप्रिय घटना घटित नहीं हुई. गोली चलने की स्थिति में माहौल एक बार फिर तनावपूर्ण हो सकता था और हिमाचल आने वाले पर्यटकों के साथ हिमाचल के टूरिज्म को भी नुकसान होता.

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