अजमेर : प्रदेश में शुद्ध आहार मिलावट पर वार अभियान जारी है. इसके तहत अजमेर में जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ज्योत्सना रंगा के नेतृत्व में खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने नोसर स्थित एक रिहायशी मकान में पनीर बनाने की अवैध फैक्ट्री पर छापा मारा. इस कार्रवाई में 200 किलो पनीर और 400 किलो के लगभग सपरेटा दूध बरामद किया है. मौके से दूध और पनीर के नमूने टीम ने लिए हैं. खास बात यह है कि फैक्ट्री में गंदगी, दुर्गंध के बीच दूध से क्रीम निकालकर सपरेटा दूध से पनीर बनाया जा रहा था. करीब 3 वर्षो से यहां फैक्ट्री संचालित हो रही थी. वहीं, मालिक के पास जिला खाद्य एवं सुरक्षा विभाग की ओर से जारी फूड लाइसेंस भी नहीं था. खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम को जब अवैध रूप से संचालित पनीर बनाने वाली डेयरी के बारे में पता चला तो टीम ने योजनाबद्ध तरीके से छापा मारा.
3 साल से संचालित थी अवैध फैक्ट्री :सीएमएचओ डॉ ज्योत्सना रंगा ने बताया कि लंबे अरसे से रिहायसी मकान में पनीर बनाने की फैक्ट्री संचालित की जा रही थी. डेयरी मालिक नागौर जिले के थावला कस्बे का निवासी है. रंगा ने बताया कि फैक्ट्री में दुर्गंध और गंदगी है. इन सब के बीच दूध से क्रीम निकालने का काम किया जा रहा है. मक्खियां भी दूध में गिरी हुई हैं. उन्होंने बताया कि आसपास के गांव से पशुपालकदूध बेचते हैं. फैट के हिसाब से पशुपालकों को दूध की कीमत देता है. वहीं, इस दूध से क्रीम निकाल लेता है और उसी सपरेटा दूध से पनीर बनाता है. दूध को फाड़ने के लिए रसायन का उपयोग किया जाता है.