शिमला: हिमाचल में आखिरी चरण में 1 जून को लोकसभा के चुनाव होना है. इसी दिन विधानसभा के लिए उपचुनाव होने जा रहे हैं. इसको देखते हुए कांग्रेस कोऑर्डिनेशन कमेटी की पहली बैठक 27 मार्च को चंडीगढ़ होने जा रही है. डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री की अध्यक्षता में होने वाली इस मीटिंग में लोकसभा चुनाव और विधानसभा उपचुनाव के लिए उतारे जाने वाले प्रत्याशियों सहित पार्टी नेताओं में आपसी तालमेल बिठाने को लेकर चर्चा हो सकती है.
इसके अलावा कांग्रेस से बागी हुए 6 पूर्व विधायकों और 3 निर्दलीयों विधायकों के त्यागपत्र देने से अब प्रदेश की राजनीति में नए समीकरण बन गए हैं. इन पूर्व विधायकों पासा बदलने के बाद भाजपा में भी अंदरखाने बगावत के सूर उठने लगे हैं. जिसका फायदा कांग्रेस लोकसभा चुनाव और विधानसभा के लिए होने जा रहे उपचुनाव में उठाना चाहेगी. ऐसे में हिमाचल में सियासी उथल पुथल से दोनों दलों में बने नए राजनीतिक हालातों को लेकर भी मंथन होगा. कोऑर्डिनेशन कमेटी की बैठक में चुनाव से पहले सरकार और संगठन की नाराजगी को दूर करने का भी प्रयास रहेगा.
समन्वय स्थापित करने को बनाई गई है कमेटी:हिमाचल में 27 फरवरी को राज्यसभा सीट के लिए हुए चुनाव में क्रॉस वोटिंग होने से 40 विधायकों वाली कांग्रेस 25 एमएलए वाली भाजपा से चुनाव हार गई थी. इस सियासी घटनाक्रम से हिमाचल की राजनीति में तूफान आ गया था. ऐसे हाईकमान ने डैमेज कंट्रोल करने के लिए कोऑर्डिनेशन कमेटी गठित की है. यह कमेटी सरकार और संगठन के बीच तालमेल बैठाने का काम करेगी. कमेटी में कुल छह नेताओं के नाम शामिल हैं. समिति में वरिष्ठ नेता प्रतिभा सिंह को भी शामिल किया गया है. समिति के अन्य सदस्यों में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, मुकेश अग्निहोत्री, कौल सिंह ठाकुर, धनीराम शांडिल और रामलाल ठाकुर शामिल हैं.
उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने कहा, हिमाचल प्रदेश की सियासत में जो कुछ हुआ, उससे इतर अब कांग्रेस मजबूती के साथ चुनाव मैदान में उतरेगी. इसके लिए सरकार और संगठन मिलकर रणनीति तैयार करेगी. ताकि जनविरोधी भाजपा से लोकतंत्र की रक्षा हो सके. इन्हीं सब तरह के हालातों पर चर्चा करने के लिए चंडीगढ़ में कोऑर्डिनेशन कमेटी की बैठक होने जा रही है.
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