उत्तरकाशी: वरुणावत पर्वत के शीर्ष पर स्थित संग्राली गांव को जोड़ने वाले संग्राली मोटरमार्ग पर दो माह पूर्व डामरीकरण का कार्य हुआ था. चौंकाने वाली है कि डामर जगह-जगह से उखड़ने लगा है. ग्रामीणों ने डामरीकरण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठाते हुए विभाग से दोबारा डामरीकरण करने की मांग की है. इधर, लोक निर्माण विभाग भटवाड़ी के अधिकारियों का कहना है कि डामरीकरण कार्य की देखरेख का दायित्व अभी संबंधित ठेकेदार का है. डामर उखड़ा है, तो ठेकेदार से ठीक करवाया जाएगा.
दो महीने में ही उखड़ गया डामर: बता दें कि जिला मुख्यालय से करीब 12 किमी दूर संग्राली गांव को जोड़ने वाला संग्राली मोटरमार्ग लंबे समय से बदहाल बना हुआ था. बीते सितंबर माह में जब ग्रामीण स्वयं क्षतिग्रस्त मार्ग की मरम्मत के लिए आगे आए तो उसके बाद विभागीय अधिकारियों ने अक्तूबर माह में डामरीकरण शुरू कराया. लेकिन यहां दो माह में ही डामर जगह-जगह से उखड़ने लगा है. जगह-जगह रोड़ी फैलने से दोपहिया वाहनों के गिरने का खतरा बना हुआ है.
खराब गुणवत्ता से रोड हुई खस्ताहाल: निवर्तमान ग्राम प्रधान संदीप सेमवाल, देवी नौटियाल, सुखशर्मा नौटियाल, शिवानंद भट्ट, गजेंद्र प्रसाद का कहना है कि बीते अक्तूबर माह में ही यहां लंबे समय बाद विभाग ने डामरीकरण कार्य करवाया था. लेकिन यह जगह-जगह से उखड़ने लगा है. इस कारण सड़क पर रोड़ी फैलती जा रही है, जिससे दोपहिया वाहनों के फिसलने का भी खतरा रहता है. उन्होंने कहा कि डामरीकरण कार्य में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखे जाने के चलते यह हाल हो रहा है. उन्होंने विभाग से शीघ्र दोबारा डामरीकरण कराने की मांग की.