सीतामढ़ी: बिहार के राजनीतिक गलियारे में इस बात की चर्चा जोरों से चल रही है कि क्या मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर पलटी मारेंगे. कुछ मुद्दे पर बीजेपी नेताओं के बयान के बाद उनकी चुप्पी और आरजेडी नेता भाई वीरेंद्र के बयान के बाद इन चर्चाओं को बल मिला था. सोमवार 30 दिसंबर को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव ने इन कयासों पर विराम लगाते हुए कहा कि मुख्यमत्री नीतीश कुमार के लिए आरजेडी के सभी दरवाजे पूरी तरीके से बंद हो चुके हैं.
सीतामढ़ी में संवाद यात्राः नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सोमवार को संवाद यात्रा के दौरान सीतामढ़ी पहुंचे थे. यहां कार्यकर्ताओं से मुलाकात करने के बाद उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस किया. इस दौरान उन्होंने नीतीश सरकार पर जमकर हमला किया. बीपीएससी अभ्यर्थियों के आंदोलन भी भी सरकार को घेरा. माई-बहन मान योजना को लागू करने का संकल्प दोहराया. तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार के महागठबंधन में आने की संभावनाओं को खारिज किया.
"नीतीश कुमार के साथ सरकार चलना अपने पैर पर कुल्हारी मारने जैसा है. मुख्यमंत्री के सिर्फ चेहरे पर सरकार चल रही है. मुख्यमंत्री रिटायर्ड हो चुके हैं और रिटायर्ड अधिकारी सरकार चला रहे हैं."- तेजस्वी यादव, नेता प्रतिपक्ष
नौकरी पर हो रही राजनीतिः तेजस्वी यादव ने कहा कि नौकरी और बेरोजगारी को लेकर लोग राजनीति कर रहे हैं. लेकिन हमने 10 लाख लोगों को नौकरी देने का वादा किया था और हमने उसे पूरा भी किया. सबसे पहले आरजेडी ने ही बेरोजगारी को लेकर आवाज उठाई थी और सड़क पर आंदोलन भी किया था. हम लोगों ने ही 17 महीने में अखबार में विज्ञापन देकर बहाली की प्रक्रिया शुरू की और गांधी मैदान में नियुक्ति पत्र बांटा.