देहरादून: उत्तराखंड की टिहरी गढ़वाल लोकसभा सीट बीजेपी ने माला राज्यलक्ष्मी शाह को मैदान में उतारा है. माला राज्यलक्ष्मी शाह अपना नामांकन कर चुकी हैं. माला राज्यलक्ष्मी शाह ने नामांकन के दौरान चुनाव आयोग को जो शपथ पत्र दिया है, उसमें उन्होंने अपनी संपत्ति का भी ब्यौरा दिया है, जिसके आधार पर कहा जा सकता है कि पिछले पांच सालों में माला राज्यलक्ष्मी शाह की संपत्ति करीब सवा करोड़ रुपए बढ़ी है. साथ ही माला राज्यलक्ष्मी शाह के पति मनुजेंद्र शाह की संपत्ति भी पिछले पांच सालों में अच्छी खासी बढ़ी है.
बीजेपी प्रत्याशी माला राज्यलक्ष्मी शाह ने बीती 26 मार्च को टिहरी लोकसभा सीट से अपना नामांकन किया था. माला राज्यलक्ष्मी शाह ने अपनी संपत्ति को लेकर जो हलफनामा दिया था, उसमें उन्होंने बताया कि साल 2022-23 में उन्होंने 23 लाख 84 हजार 648 रुपए और उनके पति मनुजेंद्र शाह ने 6 करोड़ 92 लाख 62 हजार 085 रुपए का आईटीआर फाइल किया है.
वहीं, लोकसभा चुनाव 2019 के हलफनामे में माला राज्यलक्ष्मी शाह ने बताया कि साल 2017-18 में उन्होंने 16 लाख 64 हजार 412 रुपए और उनके पति ने 1 करोड़ 83 लाख 96 हजार 913 रुपए का आईटीआर दाखिल किया था. माला राज्यलक्ष्मी शाह ने अपनी आय का साधन सांसद वेतन व ब्याज बताया है, जबकि पति की आय के साधन को ब्याज और किराया बताया है.
पांच सालों में रानी ने उतारा साढ़े 3 करोड़ रुपए का लोन: लोकसभा चुनाव 2019 के हलफनामे में माला राज्यलक्ष्मी शाह ने अपनी कुल चल-अचल संपत्ति की कीमत करीब पांच करोड़ 77 लाख 88 हजार 629 रुपए बताई थी. साथ ही उन पर तीन करोड़ रुपए का लोन भी था. इसके साथ ही खरीदी गई संपत्ति की कीमत 90 लाख रुपए बताई गई थी, जबकि 2024 में भरे गए शपथ पत्र के अनुसार रानी के पास 6 करोड़ 96 लाख 26 हजार 415 रुपए की चल संपत्ति है, यानी पिछले पांच सालों में न सिर्फ रानी की चल संपत्ति 1 करोड़ 20 लाख रुपए बढ़ गई है, उन्होंने साढ़े तीन करोड़ रुपए का लोन भी भर दिया है. इसके साथ ही इस बार भी रानी ने अपने से अर्जित संपत्ति की कीमत 90 लाख ही बताई है. यानी पांच सालों में अर्जित संपत्ति की कीमत में कोई बढ़ोत्तरी नहीं हुई है.